जिनके पास परिवार नहीं है, वे जनता का दर्द नहीं समझ सकते : अखिलेश यादव
परिवारवाद के आरोप को लेकर अक्सर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशाने पर रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को पलटवार करते हुए कहा कि जिनके पास परिवार नहीं है, वे जनता का दर्द नहीं समझ सकते।
बांदा (उत्तर प्रदेश), एक दिसंबर परिवारवाद के आरोप को लेकर अक्सर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशाने पर रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को पलटवार करते हुए कहा कि जिनके पास परिवार नहीं है, वे जनता का दर्द नहीं समझ सकते। अखिलेश ने बांदा में एक जनसभा में किसानों की आत्महत्या की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इन किसानों के परिवार की सिर्फ सपा ने ही मदद की है। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘हम सब परिवार वाले लोग हैं, इसलिए जानते हैं कि अगर किसी मजदूर या किसान की जान चली गई तो उसके परिवार का क्या हाल होगा? अगर किसी परिवार के सामने संकट आया, तो हम खड़े हुए। परिवार वाले ही परिवार वालों का दुख दर्द समझ सकते हैं। जिनके पास परिवार नहीं है, वे आपकी परवाह नहीं करेंगे।’’
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उन्होंने आरोप लगाया कि बांदा में शराब के नशे में एक गरीब को मार दिया गया, लेकिन राज्य सरकार ने पीड़ित के परिवार की कोई मदद नहीं की। सिर्फ समाजवादी पार्टी के लोगों ने ही उनकी सहायता की। अखिलेश ने राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दमदार सरकार चलाने का दावा करने वाले लोग झूठ बहुत ‘दमदार’ बोलते हैं। भाजपा ने शिक्षामित्रों से नौकरी का वादा किया था, लेकिन अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में इस पार्टी ने नौजवानों के नौकरी के सपने को ही खत्म कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अब सुनने में आया है कि मुख्यमंत्री नौजवानों को स्मार्टफोन और टैबलेट देंगे। जो लैपटॉप नहीं चला सकता, वह आपको लैपटॉप नहीं दे सकता। क्या मुख्यमंत्री योगी लैपटॉप चला सकते हैं? अब तो सुनने में आया है कि वह स्मार्ट फोन भी नहीं चला सकते।
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अगर चला सकते होते तो हमारे नौजवानों के हाथ में अब तक राज्य सरकार ने स्मार्ट फोन दे दिया होता।आपको योगी योगी सरकार चाहिए, या योग्य सरकार चाहिए?’’ हाल में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का पर्चा लीक होने की घटना का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने राज्य सरकार पर जानबूझकर पर्चा लीक कराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार जानबूझकर पेपर लीक कराती है। वह ऐसा इसलिए करती है क्योंकि वह हमारे नौजवानों को रोजगार नहीं देना चाहती। बीटीसी और बीएड पास नौजवान रोजगार के लिए भटक रहे हैं। हम आपको भरोसा दिला रहे हैं कि समाजवादी पार्टी की सरकार लाइए और नौकरी तथा रोजगार पाइए।’’
अखिलेश ने कहा कि बुंदेलखंड के लोगों ने पिछले कई चुनावों में भाजपा को पूरा समर्थन दिया, लेकिन बुंदेलखंड को कुछ नहीं मिला। इस डबल इंजन की सरकार का इंजन बुंदेलखंड आते-आते फेल हो गया है। सरकार यहां के विकास का कोई इंतजाम नहीं कर पाई, आखिर यह किस बात की डबल इंजन की सरकार है। सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ने महामारी के समय जनता को अनाथ छोड़ दिया। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रदेश को पीछे कर दिया। राज्य सरकार का विकास तो सिर्फ तस्वीरों में दिख रहा है और इस ‘विकास’ की कलई तस्वीरों और विज्ञापनों ने ही खोल दी। भाजपा के लोग विज्ञापन में भी झूठ दिखाते हैं।
नीति आयोग के मुताबिक बुंदेलखंड में 32 लाख से ज्यादा लोगों के गरीबी रेखा के नीचे होने का जिक्र करते हुए अखिलेश ने वादा किया कि विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर सरकारी बजट से इन गरीबों की मदद की जाएगी, समाजवादी पेंशन योजना से भी अच्छी योजना चलाई जाएगी और महिलाओं तथा परिवारों को पहले से दी जाने वाली 500 रुपए प्रतिमाह की धनराशि में तीन गुना इजाफा किया जाएगा।
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