Bitcoin Scam महाराष्ट्र चुनाव का पलट देगा पूरा खेल? 235 करोड़ रुपये की गड़बड़ी की क्या है पूरी कहानी
एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि ये आरोप सिरे से गलत है और बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी के खिलाफ मानहानी का केस करने जा रही हूं। लेकिन ये मामला शुरू कैसे हुआ? वोटिंग से एक रात पहले इस तरह के आरोपों के पीछे का सच क्या है और जिन नेताओं पर आरोप लगे हैं उन्होंने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी है। सिलसिलेवार ढंग से बताते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 20 नवंबर की सुबह से वोटिंग जारी है। लेकिन वोटिंग से महज एक रात पहले प्रदेश के एक पूर्व आईपीएस अधिकारी रविंद्र नाथ पाटिल ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बिटकॉइन घोटाले के पैसे का इस्तेमाल हो रहा है। इसमें बारामति की सांसद सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले भी शामिल हैं। वो पहले ही 150 करोड़ रुपए के बिटकॉइन बेच चुके हैं। उनके पास कई सौ करोड़ के बिटकॉइन और भी हैं। इन आरोपों के बाद बीजेपी ने 19 नवंबर को रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए डीलर अभिताभ गुप्ता औऱ सुप्रिया सुले-नाना पटोले के बीच की बातचीत का एक वीडियो शेयर किया औऱ पूछा कि डीलर जिनकी बात कर रहा है वो बड़े लोग आखिर कौन हैं? इन सब के बीच सांसद सुप्रिया सुले ने पूर्व आईपीएस रविंद्रनाथ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि ये आरोप सिरे से गलत है और बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी के खिलाफ मानहानी का केस करने जा रही हूं। लेकिन ये मामला शुरू कैसे हुआ? वोटिंग से एक रात पहले इस तरह के आरोपों के पीछे का सच क्या है और जिन नेताओं पर आरोप लगे हैं उन्होंने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी है। सिलसिलेवार ढंग से बताते हैं।
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बिटकॉइन घोटाला है क्या
रवींद्रनाथ पाटिल ने आरोप लगाया कि शरद पवार की बेटी सुले और राज्य कांग्रेस प्रमुख पटोले ने 2018 के क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले में बिटकॉइन का दुरुपयोग किया था और इसका इस्तेमाल महाराष्ट्र में चल रहे विधानसभा चुनावों में फंडिंग के लिए किया था। उनका कहना है कि वह जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं। पूर्व आईपीएस अधिकारी ने आरोप लगाया कि पुणे के तत्कालीन पुलिस आयोग अमिताभ गुप्ता और साइबर अपराध जांच को संभालने वाली तत्कालीन पुलिस उपायुक्त भाग्यश्री नौताके बिटकॉइन के दुरुपयोग में शामिल थे। पुणे पुलिस ने साइबर विशेषज्ञ पंकज घोडे के सहयोग से 2018 में दायर कुछ क्रिप्टोकरेंसी मामलों की जांच के लिए पाटिल को नियुक्त किया था। पुलिस के अनुसार, जांच के दौरान पाटिल ने कुछ क्रिप्टोकरेंसी अपने खाते में स्थानांतरित कीं। घोडे ने पुलिस को खातों के स्क्रीनशॉट दिए, जिससे पता चला कि क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में पैसे कम थे। हालांकि, पाटिल ने दावों का खंडन किया और संवाददाताओं से कहा कि उन्हें फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने और उनके सहयोगियों ने इस पर गौर किया है। उन्होंने दावा किया कि मामले के मुख्य गवाह और ऑडिट फर्म के कर्मचारी गौरव मेहता ने उन्हें 2018 बिटकॉइन धोखाधड़ी जांच के बारे में सूचित किया था। मेहता ने दावा किया है कि जब क्रिप्टोकरेंसी डीलर अमित भारद्वाज को गिरफ्तार किया गया था तो एक बिटकॉइन युक्त हार्डवेयर वॉलेट लिया गया था। हालाँकि, कथित तौर पर उस समय पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता के आदेश पर इसके स्थान पर एक अलग वॉलेट का इस्तेमाल किया गया था। सुले के चचेरे भाई और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने स्वीकार किया कि ऑडियो रिकॉर्डिंग में एक आवाज सुले की थी और कहा कि घटना की जांच शुरू की जानी चाहिए।
बीजेपी के लिए एक मौका
आरोप सामने आने के तुरंत बाद, भाजपा ने मीडिया में ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की और दावा किया कि वे बिटकॉइन घोटाले में पटोले और सुले की संलिप्तता के सबूत हैं। फ़र्स्टपोस्ट स्वतंत्र रूप से ऑडियो क्लिप की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका। पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सुले और पटोले पर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के पक्ष में चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के लिए अवैध बिटकॉइन लेनदेन से जुड़ी साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया। शाम को भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में त्रिवेदी ने कहा कि एक आरोपी डीलर एक पूर्व पुलिस अधिकारी से संपर्क करता है, जो पहले जेल जा चुका है और उसे बताता है कि वह (डीलर) नकद में बिटकॉइन लेनदेन करना चाहता है। अधिकारी ने अनुरोध अस्वीकार कर दिया। हालांकि, डीलर ने कथित तौर पर नाना पटोले और सुप्रिया सुले का नाम लेते हुए दावा किया कि कुछ ‘बड़े लोग’ इसमें शामिल हैं, उसे समझाने की कोशिश करते हैं। जब अधिकारी संदेह व्यक्त करता है, तो डीलर उसे ऑडियो क्लिप भेजता है।
'अनुमान और संकेत'
सुले ने आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि भाजपा के ऑडियो क्लिप में उनकी आवाज नहीं है। उन्होंने मामले में खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि त्रिवेदी को मानहानि का नोटिस जारी किया गया है। सुले ने बारामती में अपना वोट डालने के बाद कहा कि कल, ये सभी वॉयस रिकॉर्डिंग मीडिया द्वारा मुझे भेजी गईं। मैंने सबसे पहला काम यह किया कि पुणे के कमिश्नर को फोन किया और उन्हें बताया कि कुछ फर्जी वीडियो चल रहे हैं और मैं साइबर क्राइम में शिकायत करना चाहता हूं। मैंने तुरंत साइबर क्राइम से शिकायत की कि ये सभी वॉयस नोट और संदेश झूठ और फर्जी थे, इसलिए मैंने साइबर क्राइम को एक नोटिस भेजा।
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सुले-पटोले पर आरोप लगाने वाले रविंद्र नाथ कौन हैं
2004 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। 2010 से वो कॉरपोरेट सेक्टर में साइबर एक्सपर्ट के तौर पर काम कर रहे थे। साल 2018 के बिटकॉइन धोखाधड़ी मामले की जांच के दौरान उन्हें फॉरेंसिक ऑडिट के लिए अप्वाइंट किया गया था। 4 साल बाद यानी 2022 में उन्हें 5 करोड़ की बिटकॉइन हेराफेरी के लिए आरोपी बनाया गया। जिसके चलते उन्होंने 14 महीने पुणे के यरवदा जेल में अंडर ट्रायल कैदी के रूप में बिताए और फिलहाल वो बॉम्बे हाई कोर्ट में वकालत कर रहे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
राज्य में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान हो रहे हैं। कुल मिलाकर कुल 4,136 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। मुकाबला मुख्य रूप से द्विध्रुवीय है। कांग्रेस, राकांपा (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) वाली विपक्षी एमवीए गठबंधन और भाजपा, राकांपा व शिवसेना के बीच मुकाबला है।
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