अमित शाह ने किया अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का शुभारंभ, देशभर से हिंदी के कई बड़े विद्वानों ने की शिरकत
गृह मंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को राजधानी दिल्ली से बाहर करने का निर्णय हमने वर्ष 2019 में ही कर लिया था। दो वर्ष कोरोना काल की वजह से हम नहीं कर पाएं, परन्तु आज मुझे आनंद है कि ये नई शुभ शुरुआत आजादी के अमृत महोत्सव में होने जा रही है।
यूपी में विधानसभा को देखते हुए बीजेपी पूरी तरह से एक्शन में आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के वाराणसी दौर से पूरे यूपी को साधने की कवायद में हैं। गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का शुभारंभ किया। वाराणसी में अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राजभाषा को गति देने का जरिया अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को दिल्ली के गलियारों से बाहर निकालने का निर्णय हमने 2019 में ही कर लिया था लेकिन 2 साल कोरोना काल में हम नहीं कर पाए। शाह ने कहा कि हिंदी और हमारी सभी स्थानीय भाषाओं के बीच कोई अंतरविरोध नहीं है।
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गृह मंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को राजधानी दिल्ली से बाहर करने का निर्णय हमने वर्ष 2019 में ही कर लिया था। दो वर्ष कोरोना काल की वजह से हम नहीं कर पाएं, परन्तु आज मुझे आनंद है कि ये नई शुभ शुरुआत आजादी के अमृत महोत्सव में होने जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि अमृत महोत्सव, देश को आजादी दिलाने वाले लोगों की स्मृति को पुनः जीवंत करके युवा पीढ़ी को प्रेरणा देने के लिए तो है ही, ये हमारे लिए संकल्प का भी वर्ष है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत में देश के सभी लोगों का आह्वान करना चाहता हूं कि स्वभाषा के लिए हमारा एक लक्ष्य जो छूट गया था, हम उसका स्मरण करें और उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
अखिलेश के गढ़ में गरजेंगे शाह
अमित शाह 13 नवंबर को समाजवादियों का गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह आजमगढ़ जाएंगे। वहां पर दोपहर 1.00 बजे गांव अशपालपुर में राज्य विश्वविद्यालय, आजमगढ़ का शिलान्यास करेंगे।आजमगढ़ सपा प्रमुख अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र है। रैली में शाह योगी सरकार के साढ़े चार साल में हुए विकास के कार्यों के उल्लेख के साथ ही सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के संकल्प को पूरा करने जैसे मुद्दे उठाकर अखिलेश को घेरेंगे।
"I love Hindi language more than Gujarati. We need to strengthen our Rajbhasha," Union Home Minister Amit Shah said while addressing 'Akhil Bharatiya Rajbhasha Sammelan' in Varanasi pic.twitter.com/t72S4aVYJL
— ANI UP (@ANINewsUP) November 13, 2021
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