US Student Visa: अमेरिका जाकर करना चाहते हैं पढ़ाई तो यहां समझें छात्रों को मिलने वाले F1 और M1 वीजा में अंतर

अमेरिका में पढ़ाई करने के लिए स्टूडेंट्स को वीजा की जरूरत होती है। इस वीजा के जरिए विदेशी छात्रों को देश में आकर पढ़ाई करने का मौका मिलता है। लेकिन अमेरिका में पढ़ने से पहले यहां पर मिलने वाले स्टूडेंट वीजा को समझना जरूरी होता है। अमेरिका में छात्रों को दो तरह का वीजा दिया जाता है।
बता दें कि अमेरिका में पढ़ाई करने से पहले यह समझना बहुत जरूरी होता है कि स्टूडेंट वीजा होता क्या है। किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या शैक्षणिक संस्थान में पढ़ाई के मकसद से अमेरिकी स्टूडेंट वीजा विदेशी नागरिकों को अमेरिका में आने की इजाजत देता है। हालांकि किस छात्र को किस कैटेगरी के वीजा के लिए अप्लाई करना है, यह उसके कोर्स पर निर्भर करता है। छात्र वीजा नॉन-इमिग्रेंट वीजा होता है, जिसका मतलब यह होता है कि ये वीजा स्थायी तौर पर रहने के लिए दिया जाता है। वहीं कोर्स खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स को अपने देश वापस लौटना पड़ेगा।
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F-1 और M-1 वीजा में अंतर
F-1 और M-1 वीजा दोनों ही विदेशी छात्रों को दिए जाने वाले नॉन-इमिग्रेंट वीजा हैं। यह अलग-अलग तरह की जरूरतें पूरी करते हैं। कोर्स खत्म होने के बाद वीजा होल्डर्स को देश छोड़ना पड़ता है। वहीं अगर छात्रों को इस दौरान नौकरी मिल जाती है, तो वह वर्क वीजा में शिफ्ट होकर अमेरिका में स्टे कर सकते हैं। ऐसे में हम आपको इन दोनों वीजा के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
क्या है F-1 वीजा
अमेरिका में पढ़ने के लिए F-1 वीजा मिलता है, जोकि सबसे आम वीजा टाइप होता है। मान्यता प्राप्त अमेरिकी संस्थानों में पढ़ाई के लिए यह वीजा दिया जाता है। यह अकादमिक पढ़ाई के लिए है, जैसे - लैंग्वेज ट्रेनिंग, हाई स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी आदि के लिए। यह वीजा होल्डर्स फुल टाइम स्टूडेंट होते हैं। पढ़ाई के बाद उनको ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के जरिए काम करने का मौका मिलता है। यह वीजा छात्रों का SEVP द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान में एडमिशन लेने के लिए जरूरी होता है। छात्रों को पढ़ाई का खर्च उठाने के सबूत देने पड़ते हैं। पढ़ाई के बाद अमेरिका छोड़कर जाने का सबूत भी देना होता है।
क्या है M-1 वीजा
बता दें कि अमेरिका में M-1 वीजा स्टूडेंट्स को वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के लिए दिया जाता है। जैसे - कुकिंग, टेक्निकल ट्रेनिंग और फ्लाइट ट्रेनिंग आदि के लिए यह वीजा दिया जाता है। हालांकि कुछ स्पेशलाइज्ड प्रोग्राम के लिए यह वीजा दिया जाता है। जिसको पूरा करने के लिए डिप्लोमा या डिग्री हासिल हो। आमतौर पर M-1 वीजा होल्डर्स को पढ़ाई के दौरान काम करने की इजाजत नहीं होती है, कुछ खास परिस्थितियों को छोड़कर। M-1 वीजा के लिए स्टूडेंट्स को SEVP द्वारा मान्यता प्राप्त वोकेशनल इंस्टीट्यूशन में दाखिला लेना होगा। वहीं छात्रों के पास पढ़ाई के खर्च उठाने के लिए पैसे होना चाहिए। वहीं जब कोर्स पूरा हो जाए, तो अपने देश वापस लौटने के लिए सबूत देना होता है।
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