युद्ध ग्रस्त ईरान में फंसी कैडेट लौटी भारत, जयशंकर बोले- मोदी की गारंटी
जयशंकर का बयान केरल के त्रिशूर की रहने वाली एन टेसा जोसेफ के बाद आया है, जो इज़राइल से जुड़े मालवाहक जहाज 'एमएससी एरीज़' के 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों में से एक है, जिसे 13 अप्रैल को ईरान ने जब्त कर लिया था, वह सुरक्षित रूप से अपनी मातृभूमि लौट आई है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को ईरान द्वारा जब्त किए गए जहाज पर सवार 17 भारतीयों में से एक की सुरक्षित वापसी के लिए ईरान में भारतीय दूतावास के प्रयासों की सराहना की और कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी हमेशा देश और विदेश दोनों में काम आती है। विदेश मंत्री जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि शानदार काम, खुशी है कि सुश्री एन टेसा जोसेफ घर पहुंच गईं। मोदी की गारंटी हमेशा देश या विदेश में काम करती है।
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जयशंकर का बयान केरल के त्रिशूर की रहने वाली एन टेसा जोसेफ के बाद आया है, जो इज़राइल से जुड़े मालवाहक जहाज 'एमएससी एरीज़' के 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों में से एक है, जिसे 13 अप्रैल को ईरान ने जब्त कर लिया था, वह सुरक्षित रूप से अपनी मातृभूमि लौट आई है। नई दिल्ली की कूटनीतिक जीत। भारतीय डेक कैडेट गुरुवार दोपहर कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा और कोचीन के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने उसका स्वागत किया।
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तेहरान में भारतीय मिशन और ईरानी सरकार के ठोस प्रयासों से, केरल के त्रिशूर से भारतीय डेक कैडेट सुश्री एन टेसा जोसेफ, जो कंटेनर जहाज एमएससी एरीज़ के भारतीय चालक दल के सदस्यों में से थीं, आज दोपहर कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतर गई हैं। सुश्री जोसेफ का स्वागत कोचीन के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने किया विदेश मंत्रालय (एमईए) ने गुरुवार को एक आधिकारिक बयान के माध्यम से जानकारी दी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि तेहरान में भारतीय मिशन कंटेनर जहाज के शेष 16 भारतीय चालक दल के सदस्यों के संपर्क में है, जो वर्तमान में ईरानी नियंत्रण में है।
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