विदेश में भारतीय छात्रों की मौत के बढ़ते मामले सरकार के लिए बड़ी चिंता का विषय: S. Jaishankar

S. Jaishankar
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विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका में भारतीय छात्रों पर हिंसक हमलों में वृद्धि के बीच कहा कि ऐसे मामले जुड़े हुए नहीं हैं लेकिन निश्चित रूप से सरकार के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हैं। उनके अनुसार, कुछ छात्रों की हत्या व्यक्तिगत कारणों से की गई, जबकि अन्य दुर्घटना के शिकार हुए।

बेंगलुरु । अमेरिका में भारतीय छात्रों पर हिंसक हमलों में वृद्धि के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा कि ऐसे मामले जुड़े हुए नहीं हैं लेकिन निश्चित रूप से सरकार के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हैं। हमलों में कई भारतीय छात्रों की जान भी गई है। उनके अनुसार, कुछ छात्रों की हत्या व्यक्तिगत कारणों से की गई, जबकि अन्य दुर्घटना के शिकार हुए। 

जयशंकर ने विदेश में हिंसक हमलों का शिकार बनने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में वृद्धि के बारे में पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “जाहिर है, हर मामले में जहां भी छात्रों के साथ कुछ भी दुर्भाग्यपूर्ण हुआ है, यह परिवार के लिए बड़ी त्रासदी है और हमारे लिए एक बड़ी चिंता है, लेकिन हमारे दूतावास या वाणिज्य दूतावास ने हर मामले को देखा है और वे (मामले) वास्तव में आपस में जुड़े नहीं हैं।” 

उन्होंने कहा कि दूतावासों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों के साथ संपर्क में रहें और उनके साथ बातचीत करें, ताकि उन्हें विशेष रूप से शहरों के खतरनाक इलाकों से बचने के बारे में चेतावनी दी जा सके। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों में 11 लाख से 12 लाख भारतीय छात्र रहते हैं। जयशंकर ने कहा, “छात्रों का कल्याण बहुत महत्वपूर्ण है। जैसा कि मैंने कहा, बाहर जाने वाले हर भारतीय को मोदी की गारंटी है। छात्र कल्याण हमारे लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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