किसान आंदोलन से फल और सब्जियों की आवक घटी, क्या दिल्लीवालों की बढ़ेगी समस्या?
आजादपुर मंडी के चेयरमैन आदिल अहमद खान के अनुसार, मंडी में रोजाना 12 हजार टन फल और सब्जियों की आवक थी। बॉर्डर सील होने के कारण अब यह 6 हजार टन रह गई है।बता दें कि दिल्ली में फल और सब्जियों के दाम नहीं बढ़े है क्योंकि सभी सब्जियां और फल यहां से बाहर नहीं जा पा रहे है।
आजादपुर सब्जी मंडी में सब्जियों की आवक 50 फीसदी रह गई है। हालांकि लोकल मंडियों में सब्जियों के दाम अभी स्थिर बने हुए हैं। इसका कारण यह है कि आजादपुर मंडी से 60 फीसदी सब्जियां दिल्ली से बाहर जाती है। लेकिन किसान विरोध प्रदर्शन के कारण बॉर्डर सील हो गई है जिसके कारण सब्जियां बाहर कम ही जा पा रही है।
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आजादपुर मंडी के चेयरमैन आदिल अहमद खान के अनुसार, मंडी में रोजाना 12 हजार टन फल और सब्जियों की आवक थी। बॉर्डर सील होने के कारण अब यह 6 हजार टन रह गई है। बता दें कि दिल्ली में फल और सब्जियों के दाम नहीं बढ़े है क्योंकि सभी सब्जियां और फल यहां से बाहर नहीं जा पा रहे है।
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6 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन से दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में फल और सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। अगर केन्द्र सरकार ने किसानों के साथ बैठकर इस मसले का हल नहीं निकाला तो आगे समस्या और बढ़ सकती है। दिल्ली के लोकल सब्जी मंडियों के आढ़तियों के मुताबिक, दिल्ली के आसपास से मौसमी सब्जियां मंडी तक पहुंच पा रही है। बता दें कि यह सब्जियां और फल छोटी गाड़ियो के जरिए मंडी तक पहुंचाई जा रही है।
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