पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई में मुहर्रम के जुलूस के दौरान हिंसा, 10 पुलिसकर्मी घायल
एक वीडियो में पुलिस लाठीचार्ज करती दिख रही है। इस्लामी कैलेंडर मुहर्रम के 10वें दिन यानी यौम-ए-आशूरा पर मुसलमान मातम मनाकर पैगंबर मोहम्मद के नाती इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हैं। हुसैन 680 ईसवी में करबला (इराक) में हुई जंग में शहीद हो गए थे।
पश्चिमी दिल्ली के नागलोई इलाके में शनिवार को मुहर्रम के जुलूस के दौरान लोगों के एक समूह और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गयी, जिसमें करीब 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुहर्रम के ताजिया जुलूस के पूर्व निर्धारित मार्ग को बदलने को लेकर हुई बहस के बाद जुलूस में शामिल लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद झड़प हुई। पुलिस ने लोगों की अनियंत्रित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त हरेन्द्र सिंह ने कहा, ‘‘ नांगलोई इलाके में कई ताजिया जुलूस निकाले जा रहे थे और उनमें करीब आठ से दस हजार लोग शामिल हुए थे।
एक-दो आयोजक बेकाबू हो गये और उन्होंने अपने जुलूस का जो रूट पहले से तय किया था, उसे बदलने की कोशिश की। जब पुलिस ने इसका विरोध किया तो उन्होंने पुलिस कर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और उन्हें इलाके से खदेड़ दिया। ’’ पुलिस के मुताबिक, पथराव में करीब 10 पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं हैं और कुछ पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि इलाके में स्थिति नियंत्रण में है। इस घटना के कुछ कथित वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए हैं।
वीडियो में, इलाके के कुछ लोग पथराव करते हुए बसों और निजी कारों सहित सार्वजनिक वाहनों को नुकसान पहुंचाते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक वीडियो में पुलिस लाठीचार्ज करती दिख रही है। इस्लामी कैलेंडर मुहर्रम के 10वें दिन यानी यौम-ए-आशूरा पर मुसलमान मातम मनाकर पैगंबर मोहम्मद के नाती इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हैं। हुसैन 680 ईसवी में करबला (इराक) में हुई जंग में शहीद हो गए थे।
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