उद्धव ठाकरे ने अबू आजमी के स्थायी निलंबन की मांग की, अखिलेश यादव को भी दे डाली नसीहत

Uddhav Thackeray
ANI
अंकित सिंह । Mar 5 2025 6:45PM

ठाकरे ने अपने निलंबन पर आपत्ति जताने वाले विधायक अबू आजमी का समर्थन करने के लिए यूपी के पूर्व सीएम और एसपी प्रमुख अखिलेश यादव की भी आलोचना की। उन्होंने अखिलेश यादव से कहा कि अगर वे चाहें तो आजमी को यूपी से चुनाव लड़वा दें, क्योंकि पूरे महाराष्ट्र ने उनके बयान पर आपत्ति जताई है।

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने औरंगजेब के संबंध में अपनी विवादास्पद टिप्पणी के लिए समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी की आलोचना की और राज्य विधानसभा से उनके स्थायी निलंबन की मांग की। उन्होंने कहा कि उन्हें स्थायी रूप से निलंबित किया जाना चाहिए। यह सिर्फ बजट सत्र के लिए नहीं होना चाहिए, निलंबन स्थायी होना चाहिए। इससे पहले दिन में, अबू आजमी को महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष ने निलंबित कर दिया था। 

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इस बीच, ठाकरे ने अपने निलंबन पर आपत्ति जताने वाले विधायक अबू आजमी का समर्थन करने के लिए यूपी के पूर्व सीएम और एसपी प्रमुख अखिलेश यादव की भी आलोचना की। उन्होंने अखिलेश यादव से कहा कि अगर वे चाहें तो आजमी को यूपी से चुनाव लड़वा दें, क्योंकि पूरे महाराष्ट्र ने उनके बयान पर आपत्ति जताई है। मीडिया से बात करते हुए, ठाकरे ने अखिलेश पर हमला किया और कहा, "अगर वह आपत्ति करना चाहते हैं तो उन्हें आपत्ति करने दें। पूरे महाराष्ट्र ने उनके खिलाफ आपत्ति जताई है। अगर वह चाहते हैं, तो उन्हें वहां (यूपी) से चुनाव लड़ना चाहिए। वह सच्चाई नहीं जानते हैं।"

शिव सेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि अगर कोई औरंगजेब की प्रशंसा करता है या छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करता है, तो उस व्यक्ति के लिए भारत या महाराष्ट्र में कोई जगह नहीं है। अबू आजमी बीजेपी की बी टीम हैं। उन्होंने कहा कि जब भी बीजेपी महाराष्ट्र में मुसीबत में आती है, वे अबू आजमी को सक्रिय करते हैं। पिछले सत्र में यही हुआ था। महाराष्ट्र में बीजेपी मुसीबत में आ गई, इसलिए उन्होंने अबू आजमी को सक्रिय किया। 

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गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए निलंबन पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने लिखा कि निलंबन का आधार यदि विचारधारा से प्रभावित होने लगेगा तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और परतंत्रता में क्या अंतर रह जाएगा। हमारे विधायक हों या सांसद उनकी बेख़ौफ़ दानिशमंदी बेमिसाल है। कुछ लोग अगर सोचते हैं कि ‘निलंबन’ से सच की ज़ुबान पर कोई लगाम लगा सकता है तो फिर ये उनकी नकारात्मक सोच का बचपना है। आज़ाद ख़्याल कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!

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