दुनिया संकट में है, समाधान भारतीय दर्शन में है: मुरली मनोहर जोशी

Murli Manohar Joshi
प्रतिरूप फोटो
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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “लोगों ने किसी तरह वे 10-20 साल तो काट लिए लेकिन ऐसा नहीं लगता कि हम अगले 50 साल भी गुजार पाएंगे। उन्होंने कहा कि जलवायु कार्यकर्ता भी पहले ही कह चुके हैं कि यह करो या मरो की स्थिति है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दुनिया खतरनाक समय से गुजर रही है। उन्होंने लोगों से शांति और समृद्धि के लिए भारतीय दर्शन का सहारा लेने का आह्वान किया।

जोशी ने मौजूदा इजराइल-हमास संघर्ष और रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारी और विचारक मनमोहन वैद्य की पुस्तक वी एंड द वर्ल्ड अराउंड के विमोचन के अवसर पर कहा, “ 1979 में, संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव ने कहा था कि अगर नेता हथियारों की होड़ नहीं छोड़ेंगे और देश एक-दूसरे पर हमला करना और प्रकृति को नष्ट करना बंद नहीं करेंगे तो फिर कुछ ही साल बचे हैं। उन्होंने कहा था कि अगर इसे नहीं समझा गया तो अगले 10-20 वर्षों में दुनिया एक गंभीर समस्या में फंस जाएगी।”

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “लोगों ने किसी तरह वे 10-20 साल तो काट लिए लेकिन ऐसा नहीं लगता कि हम अगले 50 साल भी गुजार पाएंगे। उन्होंने कहा कि जलवायु कार्यकर्ता भी पहले ही कह चुके हैं कि यह करो या मरो की स्थिति है।

जोशी ने कहा कि बंदूकें, रॉकेट, बमबारी, नरसंहार एक और विश्व युद्ध की चेतावनियां हैं। उन्होंने कहा, “यहां तक कहा जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र निरर्थक हो गया है और इसके प्रमुख को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। दुनिया बुरी तरह से बंटी हुई है।

उन्होंने कहा, हमारे (भारतीय) दर्शन में, वास्तविक उद्देश्य मोक्ष है, जिसे लोगों ने स्वीकार करना शुरू कर दिया है क्योंकि चीजें उनकी अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो रही हैं। जोशी ने कहा कि विश्व की सभी समस्याओं का समाधान भारतीय आध्यात्मिक विचार और दर्शन में निहित है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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