5G अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत, पीएम मोदी बोले- टेलीकॉम टेक्नोलॉजी में global standard तय कर रहा भारत
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत केवल प्रौद्योगिकी का उपभोक्ता नहीं रहेगा। न्यू इंडिया प्रौद्योगिकी के विकास और कार्यान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य की तार रहित टेक्नोलॉजी को डिजाईन करने में, उस से जुड़ी उत्पादन में भारत की बड़ी भूमिका होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में 5 जी की शुरूआत की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश की ओर से, देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से, 130 करोड़ भारतवासियों को 5G के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है। 5G, देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है। 5G, अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है। मैं प्रत्येक भारतवासी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि आज 21वीं सदी के विकसित होते भारत के सामर्थ्य का, उस सामर्थ्य को देखने का एक विशेष दिवस है। आजादी के अमृत महोत्सव के इस ऐतिहासिक कालखंड में 1 अक्टूबर 2022, ये तारीख इतिहास में दर्ज होने वाली है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत केवल प्रौद्योगिकी का उपभोक्ता नहीं रहेगा। न्यू इंडिया प्रौद्योगिकी के विकास और कार्यान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य की तार रहित टेक्नोलॉजी को डिजाईन करने में, उस से जुड़ी उत्पादन में भारत की बड़ी भूमिका होगी। मोदी ने कहा कि 2G, 3G, 4G के समय भारत टेक्नोलॉजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा। लेकिन 5G के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि 5G के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नॉलजी में वैश्विक मानक तय कर रहा है। भारत लीड कर रहा है। आज इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला हर व्यक्ति इस बात को समझ रहा है कि 5G, इंटरनेट का पूरा आर्टिटेक्चर बदल कर रख देगा।
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मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया की बात करते हैं तो कुछ लोग समझते हैं ये सिर्फ एक सरकारी योजना है। लेकिन डिजिटल इंडिया सिर्फ एक नाम नहीं है, ये देश के विकास का बहुत बड़ा विजन है। उन्होंने कहा कि इस विजन का लक्ष्य है उस टेक्नॉलजी को आम लोगों तक पहुंचाना, जो लोगों के लिए काम करे, लोगों के साथ जुड़कर काम करे। उन्होंने कहा कि 2014 में शून्य मोबाइल फोन के निर्यात से लेकर अब तक, जब हम हजारों करोड़ रुपये के फोन निर्यात करते हैं... इन प्रयासों से डिवाइस की लागत पर असर पड़ा है। अब हमें कम कीमत में ज्यादा फीचर मिलने लगे हैं। मोदी ने दावा किया कि हमने 4 स्तंभों पर ध्यान केंद्रित किया। 1 - डिवाइस की लागत, 2 - डिजिटल कनेक्टिविटी, 3 - डेटा की कीमत, 4 - डिजिटल फर्स्ट का विचार।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे सरकार ने घर-घर बिजली पहुंचाने की मुहिम शुरू की, जैसे हर घर जल अभियान के जरिए हर किसी तक साफ पानी पहुंचाने के मिशन पर काम किया, जैसे उज्ज्वला योजना के जरिए गरीब से गरीब आदमी के घर में भी गैस सिलेंडर पहुंचाया, वैसे ही हमारी सरकार Internet for all के लक्ष्य पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि एक वक्त था, जब इलीट क्लास के कुछ मुट्ठी भर लोग गरीब लोगों की क्षमता पर संदेह करते थे। उन्हें शक था कि गरीब लोग डिजिटल का मतलब भी नहीं समझ पाएंगे। लेकिन मुझे देश के सामान्य मानवी की समझ पर, उसके विवेक पर, उसके जिज्ञासु मन पर हमेशा भरोसा रहा है।
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