Srinagar के एसएसपी राकेश बलवाल का उनके मूल काडर मणिपुर में तबादला
नगा और कुकी आदिवासियों की आबादी करीब 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं। मणिपुर की राजधानी इंफाल में लगातार तीसरे दिन बृहस्पतिवार को भी हिंसक प्रदर्शन जारी हैं।
श्रीनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राकेश बलवाल का उनके मूल काडर मणिपुर में तबादला कर दिया गया है जहां पिछले कुछ महीनों से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, बलवाल का अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश (काडर) से समय से पहले उनके मूल राज्य में तबादला कर दिया गया है।
मणिपुर काडर के 2012 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ने 2021 में श्रीनगर के एसएसपी का पदभार संभाला था। उससे पहले बलवाल प्रतिनियुक्ति के आधार पर साढ़े तीन साल राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) में पुलिस अधीक्षक रहे।
वह 2019 के पुलवामा आतंकवादी हमले की जांच करने वाले दल का भी हिस्सा थे। इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवानों की मौत हो गयी थी।
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में जनजातीय एकजुटता मार्च के बाद तीन मई को राज्य में जातीय हिंसा भड़क गई थी।
हिंसा की घटनाओं में अब तक 180 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की आबादी लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं।
वहीं, नगा और कुकी आदिवासियों की आबादी करीब 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं। मणिपुर की राजधानी इंफाल में लगातार तीसरे दिन बृहस्पतिवार को भी हिंसक प्रदर्शन जारी हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को दो युवाओं के अपहरण एवं उनकी हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट जिलों में सुरक्षाबलों के हिंसक प्रदर्शनों से निपटने के बीच कर्फ्यू फिर से लगा दिया गया है। इन प्रदर्शनों में मंगलवार से लेकर अब तक 65 प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं।
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