माता-पिता थे अस्पताल, चचेरे भाई ने बहन के साथ किया बलात्कार; आरोप पत्र दाखिल

Rape case: Chargesheet filed within 6 days in Kota

कोटा पुलिस ने बलात्कार के मामले में रिकॉर्ड छह दिन में आरोप पत्र दाखिल किया गया है।कैथून थाने के एसएचओ महेंद्र मारू ने बताया कि पीड़िता अपनी मां के साथ दो सितंबर को थाने पहुंची और पुलिस को बताया कि 30 अगस्त की रात को उसके नाबालिग चचेरे भाई ने उसके साथ बलात्कार किया, जब उसके माता-पिता अस्पताल में थे।

कोटा। राजस्थान के कोटा की पुलिस ने रिकॉर्ड छह दिनों में बलात्कार के एक मामले में आरोप पत्र दायर किया है, जिसमें 16 वर्षीय लड़के पर उसकी सात वर्षीय बहन के साथबलात्कार करने का आरोप लगाया गया है। कोटा ग्रामीण पुलिस ने कैथून थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़की की शिकायत पर दर्ज बलात्कार मामले की जांच पूरी करने के बाद बुधवार को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष 70 पन्नों का आरोप पत्र दायर किया। कैथून थाने के एसएचओ महेंद्र मारू ने बताया कि पीड़िता अपनी मां के साथ दो सितंबर को थाने पहुंची और पुलिस को बताया कि 30 अगस्त की रात को उसके नाबालिग चचेरे भाई ने उसके साथ बलात्कार किया, जब उसके माता-पिता अस्पताल में थे। उन्होंने कहा कि लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके चाचा के बेटे को उसकी बड़ी बहन और खुद की सुरक्षा के लिए उसके कमरे में सोने के लिए कहा गया था।

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एसएचओ ने नाबालिग की शिकायत के हवाले से कहा कि लड़के न रात में किसी समय लड़की के साथ बलात्कार किया जब वह और उसकी बड़ी बहन सो रहे थे। उन्होंने कहा कि घटना के बीच जैसे ही पीड़िता की बड़ी बहन की नींद खुली, लड़के ने उसकी पिटाई की और वहां से भाग गया। लड़की की शिकायत पर, पुलिस ने लड़के के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (ए,बी) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने लड़की का चिकित्सकीय परीक्षण कराया और अगले दिन मजिस्ट्रेट के समक्ष सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उसका बयान दर्ज किया। एसएचओ ने कहा कि रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए, कोटा (ग्रामीण) एसपी शरद चौधरी ने नाबालिग आरोपी का पता लगाने के लिए एएसपी पारस जैन की देखरेख में एक विशेष टीम का गठन किया, जिसे बाद में 4 सितंबर को आरोपी को हिरासत में लेकर किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे कोटा में एक आश्रय गृहमें भेज दिया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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