सरकार के पास किसानों की मौत का कोई आंकड़ा नहीं, कृषि मंत्री बोले- मुआवजा देने का सवाल ही नहीं
विपक्ष ने सरकार से पूछा था कि क्या सरकार के पास कोई आंकड़ा है, जिसमें प्रभावित परिवारों के बारे में जानकारी मिल सके या फिर उनकी मदद का कोई प्रस्ताव है। इस पर कृषि मंत्री ने लोकसभा में लिखित जवाब देकर कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में किसानों की मौत का कोई भी आंकड़ा नहीं है।
नयी दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन दोनों सदनों की कार्यवाही काफी हंगामेदार रही। इसी बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का किसानों से जुड़ा हुआ जवाब सामने आया। उन्होंने लिखित जवाब में बताया कि कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में किसानों की मौत का कोई भी आंकड़ा नहीं है। ऐसे में मृतकों के परिजनों को मुआवजे देने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। दरअसल, विपक्ष ने सरकार से पूछा था कि क्या सरकार के पास कोई आंकड़ा है, जिसमें प्रभावित परिवारों के बारे में जानकारी मिल सके या फिर उनकी मदद का कोई प्रस्ताव है।
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700 से ज्यादा किसानों की हुई मौत !
आपको बता दें कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को एक साल पूरे हो चुके हैं। इस दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हुई है। इसी को लेकर विपक्ष ने सवाल पूछा कि सरकार के पास क्या किसानों की मौत से जुड़ा हुआ कोई आंकड़ा है। क्या सरकार मृतकों के परिजनों को मुआवजा देगी। अगर ऐसा है तो सरकार इसकी जानकारी दे या फिर इसकी वजह बताए ?
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने विवादास्पद केंद्रीय कृषि कानूनों को दोनों सदनों से वापस ले लिया है। इससे पहले 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुनानक जयंती के अवसर पर राष्ट्र के नाम संबोधन देकर कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था।
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