जिस त्रिपुरा को हड़ताल कल्चर ने बरसों पीछे कर दिया था, आज निवेश के लिए बन रही जगह: मोदी
त्रिपुरा का ट्रेड वैल्यूम तो बढ़ा ही है साथ ही राज्य से होने वाले निर्यात भी करीब-करीब पांच गुना तक बढ़ गया है। त्रिपुरा के विकास के लिए केंद्र सरकार ने हर आवश्यकता का ध्यान रखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और बांग्लादेश के बीच मैत्री सेतु का उद्घाटन किया। इसके साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए त्रिपुरा के लिए 9 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से तीन वर्ष से पहले आप लोगों ने एक नया इतिहास रचा था और पूरे देश को मजबूत संदेश दिया था। दशकों से राज्य के विकास को रोकने वाली नकारात्मक शक्तियों को हटाकर त्रिपुरा के लोगों ने एक नई शुरुआत की थी। 2017 में आपने त्रिपुरा में विकास का डबल इंजन लगाने का फैसला किया। इस डबल इंजन के फैसले के कारण जो परिणाम निकले, वो आज आपके सामने है। आज त्रिपुरा पुरानी सरकार के 30 साल और डबल इंजन की 3 साल की सरकार में आए बदलाव को स्पष्ट अनुभव कर रहा है।
मोदी ने दावा किया कि जिस त्रिपुरा को हड़ताल कल्चर ने बरसों पीछे कर दिया था, आज वो Ease of Doing Business के लिए काम कर रहा है। जहां कभी उद्योगों में ताले लगने की नौबत आ गई थी, वहां अब नए उद्योगों, नए निवेश के लिए जगह बन रही है। बीते 6 साल में त्रिपुरा को केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि में बड़ी वृद्धि की गई है। वर्ष 2009 से 2014 के बीच केंद्र सरकार से त्रिपुरा को केंद्रीय विकास परियोजनाओं के लिए 3500 करोड़ रुपए की मदद मिली थी। जबकि साल 2014 से 19 के बीच 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक की मदद दी गई है। त्रिपुरा का ट्रेड वैल्यूम तो बढ़ा ही है साथ ही राज्य से होने वाले निर्यात भी करीब-करीब पांच गुना तक बढ़ गया है। त्रिपुरा के विकास के लिए केंद्र सरकार ने हर आवश्यकता का ध्यान रखा है।PM Kisan Samman Nidhi and Ayushman Bharat are also helping farmers and the needy in Tripura.
— BJP (@BJP4India) March 9, 2021
The double-engine govt has also helped the poor in getting new houses. 40,000 poor families are also getting their own houses.
- PM @narendramodi pic.twitter.com/QTV7qGr7cS
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मोदी ने दावा किया कि जहां डबल इंजन की सरकार नहीं है, आपके पड़ोस में ही, गरीबों, किसानों, बेटियों को सशक्त करने वाली योजनाएं या तो लागू ही नहीं की गई, या बहुत धीमी गति से चल रही है। डबल इंजन सरकार का सबसे बड़ा असर गरीबों को पक्के घर देने में दिख रहा है। 2017 से पहले त्रिपुरा के 5.80 लाख घरों में गैस कनेक्शन था। आज राज्य के 8.50 लाख घरों में गैस कनेक्शन है। डबल इंजन की सरकार बनने से पहले त्रिपुरा में सिर्फ 50% गांव खुले में शौच से मुक्त थे। आज त्रिपुरा का करीब-करीब हर गांव खुले में शौच से मुक्त है।
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