हिमाचल प्रदेश विधानसभा का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र धर्मशाला में शुरू

Jai Ram Thakur

शातीकालीन सत्र के पहले दिन आज विधानसभा में देश के पहले सीडीएस विपन सिंह रावत के अलावा तीन पूर्व सदस्यों के निधन पर षोक प्रकट किया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि तमिलनाडु के कुन्नूर क्षेत्र में सेना के हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस विपिन सिंह रावत उनकी पत्नी सहित 13 सैन्य अधिकारियों की मौत हुई है, जो कि बेहद दुखद है।

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र की आज धर्मशाला के तपोवन में खासी गहमागहमी के साथ शुरूआत हो गई। हर साल की तरह इस बार भी सत्र शिमला के बजाये धर्मशाला में आयोजित हो रहा है। जिसमें पाचं बैठकें होंगी। इसके चलते शिमला की रौनक अब धर्मशाला आ गई है। पांच दिन तक यहीं से ही सरकार चलेगी। 

 

शातीकालीन सत्र के पहले दिन आज विधानसभा में देश के पहले सीडीएस विपन सिंह रावत के अलावा तीन पूर्व सदस्यों के निधन पर षोक प्रकट किया।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि तमिलनाडु के कुन्नूर क्षेत्र में सेना के हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस विपिन सिंह रावत उनकी पत्नी सहित 13 सैन्य अधिकारियों की मौत हुई है, जो कि बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसी घटना घटी है। जनरल रावत के नाम से पड़ोसी देश भी घबराते थे जनरल रावत का हिमाचल से विशेष नाता रहा है उनकी स्कूली शिक्षा सैंट एडवर्ड स्कूल से हुई थी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कहां की हेलीकाप्टर हादसे में लांस नायक विवेक सिंह भी मारे गए हैं। विवेक सिंह जनरल बिपिन सिंह रावत की सुरक्षा टीम में तैनात थे।    

विधानसभा में शोक प्रस्ताव पेश करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस सदन के पूर्व तीन सदस्यों का निधन हुआ है। इसके अलावा तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में सीडीएस विपिन सिंह रावत सहित 13 लोगों की जान गई है, यह बेहद दुखद घटना है।

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जय राम ठाकुर ने पूर्व विधायक बोधराज, पूर्व मंत्री गुरमुख सिंह बाली, डा शिवकुमार के निधन को प्रदेश व विधानसभा के लिए अपूरणीय क्षति बताया। व कहा कि जिन तीन पूर्व सदस्यों का निधन हुआ है, इन तीनों का संबंध कांगड़ा जिला से है। उन्होंने कहा कि बोधराज का जन्म 2 मई 1956 को कांगड़ा जिला के इंदौरा क्षेत्र में हुआ। उन्होंने आठवीं तक शिक्षा प्राप्त की थी। वह 2003 में विधानसभा के लिए सदस्य निर्वाचित हुए थे। गुरमुख सिंह बाली को लेकर जयराम ठाकुर ने कहा कि वह जिंदादिल इंसान थे। उन्होंने कहा कि उन्हें सब बाली कहकर पुकारते थे। उनका जन्म 27 जुलाई 1947 को हुआ था।

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उन्होंने बीए तक शिक्षा प्राप्त की थी। विधानसभा के चार बार सदस्य रहे। बाली के बारे में उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि बाली अलग तरह के व्यक्तित्व के व्यक्ति थे, 1998 में पहली बार चुनकर चुनकर आए थे। सरकार में परिवहन और खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री पद पर रहे। जयराम ठाकुर ने कहा कि वह हमेशा नया करने का प्रयास करते थे। समाज के लिए भी कुछ हटकर करते रहना उनकी आदत थी। बीमार रहते हुए भी उन्होंने मुझे कई बार फोन किया और हालचाल पूछा। 

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शोक प्रस्ताव पर अपने विचार व्यक्त करते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भी संवेदना प्रकट की। प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने भी अपने विचार रखे। मुकेश अग्निहोत्री ने शोक प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए जीएस बाली का उल्लेख करते हुए  उन्होंने कहा कि वह नया करते थे और हमेशा इस तरह के कार्य करना उनकी आदत में शामिल था उन्होंने सरकार में मंत्री रहते हुए बहुत सराहनीय कार्य किए। उनकी नई सोच और नया भजन रहा जो हमेशा प्रेरित करता रहेगा। शिवप्रसाद में विपक्षी कांग्रेस की ओर से राम लाल ठाकुर ने भी अपने विचार रखे।

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