हरीश रावत ने किया दावा, पंजाब के मतदाता कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत देंगे
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पंजाब में खंडित जनादेश की संभावना से इंकार करते हुए बुधवार को कहा कि लोग राज्य में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत के साथ वापस लाएंगे क्योंकि यह एकमात्र पार्टी है जो समाज के सभी तबकों को साथ लेकर प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जा सकती है।
चंडीगढ़। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पंजाब में खंडित जनादेश की संभावना से इंकार करते हुए बुधवार को कहा कि लोग राज्य में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत के साथ वापस लाएंगे क्योंकि यह एकमात्र पार्टी है जो समाज के सभी तबकों को साथ लेकर प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जा सकती है। पिछले साल सितंबर में पंजाब के मुख्यमंत्री पद से अमरिंदर सिंह को हटाए जाने के समय रावत कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी थे। उसके बाद अक्टूबर में, हरीश चौधरी को रावत के स्थान पर नियुक्त किया गया था। रावत ने विश्वास व्यक्ति किया कि कांग्रेस उत्तराखंड में भी सत्ता में आएगी और राज्य की 70 में से करीब 48 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
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उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान हुआ। पंजाब के बारे में वरिष्ठ नेता ने कहा, पंजाब खंडित जनादेश नहीं देगा। पंजाब प्रयोग नहीं करेगा और कांग्रेस के पक्ष में स्पष्ट जनादेश देगा, हम स्पष्ट बहुमत के साथ जीतेंगे।’’ रावत से सवाल किया गया था कि क्या उन्हें लगता है कि कांग्रेस, आप, शिअद-बसपा, भाजपा नीत गठबंधन आदि के मैदान में होने से पंजाब में त्रिशंकु जनादेश आ सकता है। रावत ने पीटीआई-को टेलीफोन पर दिए एक साक्षात्कार में कहा, हाल के वर्षों में, मैंने जितना पंजाब को समझा है, राज्य स्पष्ट जिम्मेदारी देता है। उन्होंने कहा, उधम सिंह नगर (उत्तराखंड) के रूप में हमारे यहां एक छोटा पंजाब है।
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पंजाब जो महसूस कर रहा है, वह आवाज यहां पहुंच रही है और मैं महसूस कर सकता हूं कि कांग्रेस पंजाब के साथ-साथ मेरे गृह राज्य में भी बेहतर स्थिति में है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रावत ने कहा कि पंजाब को एक ऐसी पार्टी की जरूरत है जो सभी तबकों को एक साथ लेकर आगे बढ़ सके और राज्य को विकास के रास्ते पर ले जाए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ही एकमात्र विकल्प है। रावत ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी का एजेंडा विभाजनकारी है जबकि आम आदमी पार्टी शासन के दिल्ली मॉडल को लागू करना चाहती है, जो नाकाम साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल को पिछली बार की ही तरह जनता नकार देगी। भाजपा नीत गठबंधन के सत्ता में आने पर मादक पदार्थों की समस्या को दूर करने के वादे के संबंध में रावत ने सवाल किया कि जब वे शिअद के साथ गठबंधन में सरकार चला रहे थे तो इस संकट से निपटने के लिए दस साल तक वे क्या कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इसलिए, लोग उनके दावों पर विश्वास नहीं करेंगे। रावत ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सराहना करते हुए कहा कि 111 दिनों के अपने छोटे से कार्यकाल में उन्होंने कई लोकोन्मुखी फैसले लिए और ड्रग माफिया के खिलाफ काम किया।
रावत ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, आप का पंजाब में कोई परिपक्व नेतृत्व नहीं है।’’ आप को पंजाब में कांग्रेस के लिए एक प्रमुख चुनौती के तौर पर देखा जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कुछ अच्छे युवा नेताओं, कुछ नयी संभावनाओं वाले नेताओं के साथ परखे और परिपक्व नेताओं का एक पूरा सेट है। इसलिए यह एक अच्छा मिश्रण है। उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही पंजाब के विकास और सुरक्षा जरूरतों का हल दे सकती है और उसे किसानों सहित समाज के विभिन्न तबकों का पूरा समर्थन मिल रहा है। रावत ने कहा, पंजाबियत ने पूरे देश को प्रभावित किया है, हम सबको इस तथ्य पर गर्व है। सिर्फ कांग्रेस ही इसे मजबूत कर सकती है। यह पूछे जाने पर कि वह मुख्यमंत्री चन्नी के कार्यकाल का आकलन किस प्रकार करेंगे, रावत ने कहा, आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले मिले कुछ ही समय के दौरान उन्होंने कड़ी मेहनत की है। उनमें वह क्षमता है, वह पंजाब को लोगों की इच्छा के अनुसार चलाते हैं।
उन्होंने कहा, मैं (उत्तराखंड का) मुख्यमंत्री रहा हूं, और मैं एक बात कह सकता हूं कि उन्होंने साबित किया है कि उनमें काफी संभावनाएं हैं। वह एक बहुत अच्छे मुख्यमंत्री होंगे...।’’ उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस एक टीम की तरह काम कर रही है और अगर पार्टी जीतती है तो इसमें प्रदेश पार्टी प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू जैसे नेताओं का बड़ा योगदान होगा। पंजाब चुनाव से पहले विभिन्न दलों द्वारा लोकलुभावन घोषणाएं करने के बारे में उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा बजटीय आवंटन और मजबूत अर्थशास्त्र के साथ वादे करती है।
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