Kaun Banega Gujaratna Sardar: दिलचस्प होती जा रही है चुनावी लड़ाई, Congress को खल रही Ahmed patel की कमी
खबरों के मुताबिक के गुजरात में विजय को हासिल करने के लिए भाजपा की ओर से शनिवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया जा सकता है। भाजपा की ओर से इस घोषणापत्र में प्रगतिशील कृषि, प्रगतिशील अर्थव्यवस्था और प्रगतिशील शासन का मंत्र दिया जाएगा।
गुजरात में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां लगातार जारी है। गुजरात में पहले चरण के लिए 1 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। जबकि दूसरे चरण का चुनाव 5 दिसंबर को होगा। 8 दिसंबर को चुनावी नतीजे आएंगे। इन सबके बीच गुजरात में इस बार मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। हालांकि, आम आदमी पार्टी की एंट्री से सियासी लड़ाई काफी दिलचस्प मानी जा रही है। खबरों के मुताबिक के गुजरात में विजय को हासिल करने के लिए भाजपा की ओर से शनिवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया जा सकता है। भाजपा की ओर से इस घोषणापत्र में प्रगतिशील कृषि, प्रगतिशील अर्थव्यवस्था और प्रगतिशील शासन का मंत्र दिया जाएगा। घोषणा पत्र के जरिए भाजपा गुजरात में रोजगार निवेश को लेकर अपनी बात रख सकती है।
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अहमद पटेल की कमी
दूसरी ओर सत्ता में वापसी की उम्मीद लगाए कांग्रेस को इस बार गुजरात चुनाव में अहमद पटेल की कमी खल रही है। फिलहाल अहमद पटेल की बेटी अपने पिता की विरासत को संभालने के लिए मैदान में है। लेकिन कहीं ना कहीं कांग्रेस अहमद पटेल की गैरमौजूदगी में एक मजबूत रणनीति नहीं बना पा रही है। यही कारण है कि कांग्रेस पर आम आदमी पार्टी की रणनीति काफी भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है।
आप की ताकत
गुजरात की बात करें तो आम आदमी पार्टी भी वहां अपनी ताकत झोंक रही है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और गुजरात के प्रभारी राघव चड्ढा ने साफ तौर पर कहा है कि अगर राज्य में उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो हर परिवार को 30000 रुपये महीने में मिलेंगे। इसके अलावा गुजरात में आम आदमी पार्टी की ओर से फ्री बिजली, फ्री शिक्षा, फ्री स्वास्थ्य, बेरोजगारी भत्ता देने के भी वादे किए गए हैं।
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अमित शाह की रैली
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात में पहले असामाजिक तत्व हिंसा में लिप्त होते थे और कांग्रेस उनका समर्थन करती थी लेकिन 2002 में सबक सिखाने के बाद, अपराधियों ने ऐसी गतिविधियां बंद कर दीं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में स्थायी शांति कायम की। गुजरात में फरवरी, 2002 में गोधरा रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन में आग लगने की घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। शाह ने राज्य में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले खेड़ा जिले के महुधा में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में एक रैली की।
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