मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का रोडमैप-2023 का विमोचन

Roadmap-2023 of self-reliant MP
दिनेश शुक्ल । Nov 12 2020 8:36PM

मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के रोडमैप में दर्शाए गए लक्ष्यों को पूरा करने के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के समय हमारे सामने आर्थिक चुनौतियां थीं। एक समय तो ऐसा भी आया था, जब खजाना खाली हो गया था।

भोपाल। 'आत्मनिर्भर भारत' की परिकल्पना को साकार करने में मध्य प्रदेश की भूमिका सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल के मिन्टो हॉल में गुरुवार को 'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' संबंधी महत्वाकांक्षी रोडमैप का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हम एक ऐसा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाएंगे, जिससे सारा देश यह कहेगा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सर्वश्रेष्ठ योगदान मध्यप्रदेश का है।

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आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य छह माह के लंबे मंथन के बाद शिवराज सरकार ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप 2023 तैयार किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को इसका विमोचन किया। उन्होंने कहा कि यह चुनौती को अवसर में बदलने का रोडमैप है। इसके माध्यम से किसानों की आय दोगुनी करने के साथ रोजगार के मौके बढ़ाये जाएंगे। इसके लिए निवेश को बढ़ावा देने के साथ कृषि को प्रसंस्करण से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि चंबल (अटल प्रोग्रेस वे) एक्सप्रेस वे और नर्मदा एक्सप्रेस वे सिर्फ सडक़ ही नहीं बल्कि विकास के मार्ग होंगे। इनके दोनों ओर औद्योगिक पार्क विकसित किये जाएंगे। भोपाल-इंदौर एक्सप्रेस वे को आदर्श बनाया जाएगा। निवेश को बढ़ावा देने के साथ जरूरी धनराशि का इंतजाम बजट के बाहर से किया जाएगा। 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के रोडमैप में दर्शाए गए लक्ष्यों को पूरा करने के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के समय हमारे सामने आर्थिक चुनौतियां थीं। एक समय तो ऐसा भी आया था, जब खजाना खाली हो गया था। अधिकारियों ने कर्मचारियों का वेतन काटने का प्रस्ताव दिया पर हमने नकार दिया और किसी भी कर्मचारी का वेतन नहीं रुकने दिया। उधार लेकर काम चलाया, लेकिन अब स्थितियां धीरे-धीरे सुधर रही हैं। जहां चाह होती है, वहां राह को निकलना ही होता है। मुख्यमंत्री यह नहीं कह सकता है कि मैं क्या करूं? सरकार कोरोना संकटकाल की अभूतपूर्व स्थितियों के बीच वित्तीय चुनौतियों के बावजूद आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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उन्होंने बताया कि इस रोडमैप में कृषि, किसान, ढांचागत सुविधाओं, ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बढने के लिए रणनीति का जिक्र है। उन्होंने सभी नागरिकों और प्रशासनिक मशीनरी से अनुरोध किया कि वे इसमें वर्णित लक्ष्य पाने के लिए पूरा प्रयास करें। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, राज्य सरकार के मंत्री, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। वहीं नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिल्ली से कार्यक्रम में शामिल हुए।

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नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए कहा कि जब सभी राज्यों का ध्यान कोरोना महामारी पर ही था, तब मध्य प्रदेश ने प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने का रोडमैप बनाया। इसके परिणाम हमें आने वाले दिनो में देखने को मिलेंगे। यह विकास का रोडमैप है। मध्य प्रदेश देश के केंद्र में है और यहां लॉजिस्टक हब तैयार किया जा सकता है। निजी क्षेत्र के सहयोग से विकास पर फोकस किया है। मुझे उम्मीद है कि तीन साल में रोडमैप को लागू करके प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शुमार होगा।

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