यूपी चुनाव से पहले राकेश टिकैत को साधने में जुटी शिवसेना, संजय राउत करेंगे मुलाकात
इस मुलाकात को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीतिक तापमान बढ़ गई है। राकेश टिकैत और संजय राउत की मुलाकात किसान आंदोलन के दौरान गाजीपुर बॉर्डर पर भी हुई थी। दोनों नेताओं की ट्यूनिंग तो खास रहती ही है और वैसे भी संजय राउत लगातार राकेश टिकैत के पक्ष में खड़े रहते हैं।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इस विधानसभा चुनाव में शिवसेना भी उतरने की तैयारी में है। इसी को लेकर शिवसेना किसान नेता राकेश टिकैत को साधने की कोशिश कर रही है। मिल रही जानकारी के मुताबिक शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत आज राकेश टिकैत से मुलाकात करेंगे। किसान आंदोलन खत्म होने के बाद संजय राउत की राकेश टिकैत से यह पहली मुलाकात होगी। यह मुलाकात ऐसे समय में होनी है जब पहले चरण के विधानसभा चुनाव के लिए कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। बताया जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों नेताओं के बीच बड़ी बैठक हो सकती है। जानकारों की मानें तो यह मुलाकात मुजफ्फरनगर में दोपहर 12:00 बजे के बाद कभी भी हो सकती है।
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इस मुलाकात को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीतिक तापमान बढ़ गई है। राकेश टिकैत और संजय राउत की मुलाकात किसान आंदोलन के दौरान गाजीपुर बॉर्डर पर भी हुई थी। दोनों नेताओं की ट्यूनिंग तो खास रहती ही है और वैसे भी संजय राउत लगातार राकेश टिकैत के पक्ष में खड़े रहते हैं। मुलाकात से पहले संजय राउत ने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है, उत्तर प्रदेश की राजनीति बदलने वाली है। हालांकि महाराष्ट्र में संजय राउत की सहयोगी पार्टी एनसीपी फिलहाल उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरने वाली है। खबर के मुताबिक के शिवसेना उत्तर प्रदेश में 50 से ज्यादा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 सीटों पर 7 चरणों में चुनाव होंगे जबकि नतीजे 10 मार्च को आएंगे।
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इससे पहले संजय राउत ने कहा था कि कोविड-19 के मद्देनजर पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार पर निर्वाचन आयोग द्वारा लगाई गई पाबंदियां सभी पर समान रूप से लागू होनी चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद इस संबंध में एक मिसाल पेश करनी चाहिए। राज्य सभा के सदस्य, राउत ने संवाददाताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल चुनावों के दौरान, हमने देखा कि कैसे कुछ दलों और नेताओं, खासकर भाजपा और प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान प्रचार किया था। इस बार प्रधानमंत्री को उदाहरण स्थापित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना उत्तर प्रदेश और गोवा में कुछ सीटों पर लड़ने की योजना बना रही है।
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