अमरिंदर सिंह बोले, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में युवाओं को करें शामिल
मुख्यमंत्री ने आरसीवी को गरीबों तथा बुजुर्गों की देखभाल करने तथा उन्हें कोविड नियंत्रण कक्षों और हेल्पलाइनों से जोड़ने, सभी गांवों में ‘ठीकरी पहरा’ देने, कोविड-19 के अनुकूल व्यवहार करने के लिए प्रेरित करने, पर्याप्त स्वास्थ्य देखभाल सुविधा पहुंचाने में गांवों की मदद करने तथा नीम हकीमों से इलाज कराने से रोकने का जिम्मा सौंपा।
मुख्यमंत्री ने आरसीवी को गरीबों तथा बुजुर्गों की देखभाल करने तथा उन्हें कोविड नियंत्रण कक्षों और हेल्पलाइनों से जोड़ने, सभी गांवों में ‘ठीकरी पहरा’ देने, कोविड-19 के अनुकूल व्यवहार करने के लिए प्रेरित करने, पर्याप्त स्वास्थ्य देखभाल सुविधा पहुंचाने में गांवों की मदद करने तथा नीम हकीमों से इलाज कराने से रोकने का जिम्मा सौंपा। उन्होंने स्टेरॉयड के अत्यधिक इस्तेमाल के कारण ब्लैक/व्हाइट फंगस फैलने के मद्देनजर आरसीवी से कोविड-19 के इलाज के लिए उचित प्रोटोकॉल का पालन करने पर ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि बृहस्पतिवार से युवा मामलों के विभाग ने एक लाख बैज और कार पर लगाने वाले चार लाख स्टिकर बांटने शुरू कर दिए हैं जिन पर संदेश लिखा है, ‘‘मैंने टीका लगवा लिया है।’’ इस अभियान में भागीदारी के इनाम स्वरूप प्रत्येक आरसीवी को 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर एक खेल किट दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने विभाग को 15,000 किट खरीदने की प्रक्रिया तुरंत शुरू करने का निर्देश दिया। टीकों की कमी पर चिंता जताते हुए सिंह ने कहा कि राज्य सरकार अचानक बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए हरसंभव स्रोतों से टीके खरीदने की कोशिश कर रही है।[Live] Interacting with the youngsters across Punjab to talk about State’s fight against #Covid19 & making ‘Corona Mukt Punjab’. https://t.co/9Yb8BlJLIi
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) May 27, 2021
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इस बीच राज्य के कोविड टीकाकरण अभियान के ब्रांड एम्बेसडर सोनू सूद ने टीकाकरण की महत्ता के बारे में लोगों खासतौर से ग्रामीण इलाकों में जागरूकता फैलाए जाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वह राज्य के लिए भारत बायोटेक से अधिक से अधिक टीकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निजी तौर पर कोशिश करेंगे। उन्होंने मोगा के एक सरकारी अस्पताल में मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र लगाने में भी रूचि दिखाई। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने ब्लैक फंगस फैलने पर चिंता जतायी और कहा कि राज्य को केवल 1,000 टीके मिले हैं जबकि उसे 15,000 टीकों की आवश्यकता है। एक व्यक्ति को 15 टीके लगाने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के तहत 1.4 करोड़ लोगों की जांच की गई। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि 191 गर्भवती महिलाएं संक्रमित पायी गई। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अधिक शुल्क लेने के लिए कई अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और उन्होंने पैसा वापस कर दिया है।
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