मध्यप्रदेश के 6 बाघ अभयारण्य 1 जुलाई से तीन महीने के लिए सैलानियों के लिए बंद
बरसात के मौसम के कारण प्रसिद्ध कान्हा बाघ अभयारण्य सहित मध्यप्रदेश के छह बाघ अभयारण एक जुलाई से सैलानियों के लिए तीन महीने के लिए बंद कर दिये गये हैं।
भोपाल। बरसात के मौसम के कारण प्रसिद्ध कान्हा बाघ अभयारण्य सहित मध्यप्रदेश के छह बाघ अभयारण एक जुलाई से सैलानियों के लिए तीन महीने के लिए बंद कर दिये गये हैं। मध्यप्रदेश वन विभाग के प्रधान मुख्य संरक्षक (वन्यजीव) आलोक कुमार ने गुरूवार को बताया, ‘‘प्रदेश के छह बाघ अभयारण्यों के कोर इलाके आज से सैलानियों के लिए तीन महीने के लिए बंद कर दिए गये हैं। अब ये एक अक्टूबर से पर्यटकों के भ्रमण के लिये खुलेंगे।’’ उन्होंने कहा कि इन अभयारण्यों के बफर इलाके पर्यटन की गतिविधियों के लिए खुले रहेंगे।
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कुमार ने बताया कि बरसात के मौसम में बाघ अभयारण्यों को विभिन्न कारणों से सैलानियों के लिए बंद कर दिया जाता है। यह बाघों के प्रजनन का समय होता है। इसके अलावा, बारिश के कारण अभयारण्यों में आवाजाही के रास्ते वाहनों के लायक नहीं रहते हैं।
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इसके अतिरिक्त इस अवधि में वहां पर जानवरों के लिए चारागाह सहित अन्य अधोसंरचना भी विकसित होती है। मालूम हो कि वर्ष 2018 की गणना के अनुसार देश में सबसे अधिक 526 बाघ मध्यप्रदेश में है। प्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा, संजय दुबरी और पन्ना सहित छह बाघ अभयारण्य हैं, जो हर साल मानसून के मौसम में बंद रहते हैं।
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