Uttar Pradesh कांग्रेस भी गमगीन, मनमोहन सिंह को बताया अपना मार्गदर्शक
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह यूपी के कार्यकर्ताओं को लेकर बेहद उत्साहित रहते थे। वह प्रदेश के लोगों से मिलते तो अलग-अलग शहरों और कारोबार की स्थितियां के बारे में बातचीत करते।
लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय, निवर्तमान संगठन महासचिव अनिल यादव, दिनेश सिंह, अनामिका यादव, पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव, राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज आलम आदि ने शोक जताया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हम लोगों ने मार्ग दर्शक खो दिया है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। वहीं विधानसभाध्यक्ष सतीश महाना और भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी शोक जताया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह यूपी के कार्यकर्ताओं को लेकर बेहद उत्साहित रहते थे। वह प्रदेश के लोगों से मिलते तो अलग-अलग शहरों और कारोबार की स्थितियां के बारे में बातचीत करते। इस बातचीत में आर्थिक सुधार का दृष्टिकोण समाहित होता ता था। वह जानना चाहते कि आम आदमी को कैसे राहत पहुंचाई जाए। प्रधानमंत्री रहते हुए वह गोरखपुर और कानपुर भी आए और उत्तर प्रदेश से अपना गहरा नाता बताया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमर नाथ बताते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री से दिल्ली में वर्ष 2009 में मुलाकात हुई थी। वह उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के व्यापार के बारे में बातचीत को उत्सुक रहे। वह गोरखपुर में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी आए थे। पूर्वांचल की समृद्धि के लिए अतिरिक्त पैकेज की वकालत की थी।
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2014 में वह देश के प्रधानमंत्री थे तब भी वह कानपुर में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के लिए वह रैली करने आए थे। कांग्रेस के पुराने नेता बताते हैं कि संगठन से ना होते हुए भी संगठन के कार्यकर्ताओं के प्रति उनका प्रेम और स्नेह अपार था। उनकी विनम्रता उनका दुलार हम सबको याद आता रहेगा। वह हमेशा कांग्रेस और देश की अर्थव्यवस्था को लेकर सजग रहते थे। उनका जो प्यार था, जो शैली थी, जो विनम्रता थी वह असल में उनके आभूषण थे।
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