चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने विरोध-प्रदर्शन के बीच शून्य कोविडनीति का बचाव किया
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के प्रवक्ता सुन येली ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए चीन की ओर से किए गए उपाय ने देश हित में अच्छा काम किया। उन्होंने कहा कि शून्य कोविड नीति एक विज्ञान आधारित नीति है।
चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने आलोचना और विरोध-प्रदर्शन के बीच शनिवार को अपनी ‘शून्य-कोविड’ नीति का बचाव किया और इसे वापस लेने से इनकार कर दिया। पार्टी ने बीजिंग की ओर से किए गए उपायों को अत्यधिक किफायती बताते हुए कहा कि कोरोना वायरस का अब भी मौजूद होना एक ‘‘वास्तविकता’’ है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के प्रवक्ता सुन येली ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए चीन की ओर से किए गए उपाय ने देश हित में अच्छा काम किया। उन्होंने कहा कि शून्य कोविड नीति एक विज्ञान आधारित नीति है।
पांच साल में एक बार और हफ्तेभर चलने वाली पार्टी कांग्रेस का आयोजन रविवार से शुरू हो रहा है। प्रवक्ता ने इससे पहले कहा, ‘‘कोविड ने दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं को भारी नुकसान पहुंचाया है। वायरस अभी भी मौजूद है जो एक सच्चाई है।’’ बैठक से पहले बीजिंग को लोगों के एक दुर्लभ विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा है जिसमें शून्य कोविड नीति के तहत शहरों में बार-बार लॉकडाउन लगाने की आलोचना की गई।
बार-बार लॉकडाउन लगाने और कोविड-19 नियंत्रण के सख्त उपायों के परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था में सुस्ती और बेरोजगारी में बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह पूछे जाने पर कि क्या अर्थव्यस्था को सुस्त करने वाले उपायों को शिथिल किया जाएगा, प्रवक्ता ने कोविड-19 से निपटने के बीजिंग के उपायों को बहुत अधिक किफायती और देश हित के लिहाज से सर्वोत्तम बताया।
प्रवक्ता ने चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती आने की बात को तरजीह नहीं दी। सुन ने कहा, ‘‘लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को हम सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। महामारी से निपटने के लिए चीन की राष्ट्रीय वास्तविकता के मद्देनजर अपनाई गई शून्य कोविड नीति का यह एक हिस्सा है। यह नीति विज्ञान पर आधारित है।
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