छह लाख भारतीय बच्चों की ‘पढ़ाई’ के लिए पीरामल फाउंडेशन ने गूगल से हाथ मिलाया

Piramal Foundation
प्रतिरूप फोटो
Prabhasakshi

गूगल के बोलकर पढ़ाई करने वाले उपकरण ‘रीड अलॉन्ग’ की सहायता से भारत के करीब छह लाख बच्चों को पढ़ने में मदद करने के लिए यह पहल शुरू की गई है। इसकी शुरुआत देश के छह राज्यों- उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड एवं छत्तीसगढ़ के 30 आकांक्षी जिलों में की गई है

पीरामल समूह की परमार्थ इकाई पीरामल फाउंडेशन ने सोमवार को कहा कि भारत में छह लाख बच्चों की पढ़ाई में मदद के लिए उसने प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी गूगल से हाथ मिलाया है। गूगल के बोलकर पढ़ाई करने वाले उपकरण ‘रीड अलॉन्ग’ की सहायता से भारत के करीब छह लाख बच्चों को पढ़ने में मदद करने के लिए यह पहल शुरू की गई है। इसकी शुरुआत देश के छह राज्यों- उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड एवं छत्तीसगढ़ के 30 आकांक्षी जिलों में की गई है।

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पीरामल फाउंडेशन ने बयान में यह जानकारी देते हुए कहा कि इस शिक्षण पहल से स्कूली बच्चों के बोलकर पढ़ने का स्तर सुधारने में मदद मिलेगी। इसके लिए 3,000 से अधिक प्रबंधक 30,000 से अधिक शिक्षकों को बुनियादी पाठ का प्रशिक्षण देंगे। शिक्षा की वास्तविक स्थिति रिपोर्ट (असर) 2018 के मुताबिक, पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले सिर्फ 50.8 प्रतिशत बच्चे दूसरी कक्षा के पाठ भी अच्छी तरह पढ़ पाते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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