दो बैंक कर्मचारी संघ के हड़ताल बुलाने से बैंकिंग सेवाएं आंशिक तौर पर प्रभावित
ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयीज एसोसिएशन (एआईबीईए) और बैंक एंप्लॉयीज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) के इस हड़ताल बुलाने के बारे में भारतीय स्टेट बैंक समेत अधिकतर बैंकों ने अपने ग्राहकों को पहले ही जानकारी दे दी थी।
नयी दिल्ली। बैंक कर्मचारियों के दो संगठनों के देशव्यापी हड़ताल बुलाने से मंगलवार को देश के कुछ हिस्सों में बैंकिंग सेवाएं प्रभावित चल रही हैं। हड़ताल की वजह से बैंक काउंटर पर नकदी के जमा और निकासी के साथ-साथ चेक भुगतान की सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। देश के शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की शाखाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। इसकी वजह इन शाखाओं के अधिकारियों का हड़ताल का हिस्सा नहीं होना है।
Bengaluru: Members of All India Bank Employees Association & Bank Employees Federation of India, stage a protest against the proposed merger of Public sector banks. #Karnataka pic.twitter.com/UkN1vWZCbl
— ANI (@ANI) October 22, 2019
ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयीज एसोसिएशन (एआईबीईए) और बैंक एंप्लॉयीज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) के इस हड़ताल बुलाने के बारे में भारतीय स्टेट बैंक समेत अधिकतर बैंकों ने अपने ग्राहकों को पहले ही जानकारी दे दी थी। संगठनों ने यह हड़ताल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विलय करने और जमा दर में कमी आने के खिलाफ बुलायी है।
एआईबीईए के महासचिव सी. एच. वेंकटचालम ने कहा कि देश को बैंकों के विलय की बिलकुल जरूरत नहीं है क्योंकि हमें और बैंकिंग सेवाओं की जरूरत है तथा लोगों को सेवाएं देने के लिए और शाखाएं खोलनी हैं। उन्होंने कहा कि विलय के परिणामस्वरूप कई शाखाएं बंद हो जाएंगी, इसलिए यह एक गलत नीति है। भारी मात्रा में फंसे कर्ज की वसूली बैंकों की प्राथमिकता होनी चाहिए और विलय उनकी इस प्राथमिकता को बदल देगा। इसलिए यह एक बुरा विचार है।
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