Gangs of Wasseypur के 12 साल पूरे! मल्टी-स्टारर फिल्म के 7 बेहतरीन डायलॉग, जो आंधी लेकर आये थे...

Gangs of Wasseypur poster
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रेनू तिवारी । Aug 8 2024 12:44PM

जब हम "गैंग्स ऑफ वासेपुर 2" की 12वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, तो फिल्म के बेहतरीन कलाकार नवाजुद्दीन सिद्दीकी को नज़रअंदाज़ करना असंभव है। फैज़ल खान का उनका किरदार दर्शकों के दिमाग में हमेशा के लिए बस गया है, जिसका मुख्य कारण भारतीय सिनेमा के कुछ सबसे यादगार डायलॉग को बेहतरीन तरीके से बोलना है।

जब हम "गैंग्स ऑफ वासेपुर 2" की 12वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, तो फिल्म के बेहतरीन कलाकार नवाजुद्दीन सिद्दीकी को नज़रअंदाज़ करना असंभव है। फैज़ल खान का उनका किरदार दर्शकों के दिमाग में हमेशा के लिए बस गया है, जिसका मुख्य कारण भारतीय सिनेमा के कुछ सबसे यादगार डायलॉग को बेहतरीन तरीके से बोलना है। आइए नवाजुद्दीन की बेजोड़ प्रतिभा और किरदार की स्थायी अपील को फिर से देखें।

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1. "बाप का, दादा का, भाई का, सबका बदला लेगा रे तेरा फैज़ल"

नवाज़ुद्दीन द्वारा इस लाइन को जिस तरह से बोला गया है, वह फैज़ल खान की बदला लेने की चाहत को दर्शाता है, जो इसे फिल्म के सबसे दमदार पलों में से एक बनाता है।

2. "तुमसे ना हो पाएगा" नवाजुद्दीन की खास बेपरवाही के साथ कही गई यह सरल लेकिन प्रभावशाली लाइन एक सांस्कृतिक घटना बन गई है, जो फैजल द्वारा अपने दुश्मनों की क्षमताओं को तिरस्कारपूर्ण तरीके से खारिज करने को दर्शाती है।

3. "कह के लूंगा" अपने ठंडे, गणनात्मक लहजे के साथ, नवाजुद्दीन ने इस संवाद को अमर कर दिया, जो बदला लेने के लिए फैजल के निर्दयी दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।

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4. "परमिशन लेने में टाइम लगता है, भैया। इंतजार करने का टाइम नहीं है हमको" नवाजुद्दीन ने फैजल की अधीरता और दृढ़ता को इस लाइन में बखूबी दर्शाया है, जो उनके किरदार के सक्रिय स्वभाव और नौकरशाही के प्रति तिरस्कार को दर्शाता है।

5. "जब तक हम तुम्हारे बाप हैं, तब तक हम बाप हैं। बाप के बाप तुम्हारे बाप" नवाजुद्दीन की आधिकारिक उपस्थिति के साथ बोले गए इस संवाद में वासेपुर में सत्ता की गतिशीलता पर जोर दिया गया है, जो फैजल के प्रभुत्व और नियंत्रण को मजबूत करता है।

6. "गोली नहीं मारेंगे। कह के लेंगे उसकी" नवाजुद्दीन द्वारा फैजल का चालाक और रणनीतिक चित्रण इस पंक्ति में स्पष्ट है, जो शारीरिक हिंसा के बजाय मनोवैज्ञानिक युद्ध के लिए उनकी प्राथमिकता को उजागर करता है।

7. "बेटा, तुमसे ना हो पाएगा" एक बार फिर, नवाजुद्दीन का आत्मविश्वास और खारिज करने वाला रवैया चमकता है, क्योंकि वह अपने प्रतिद्वंद्वी की सहजता से सफल होने की क्षमता को कम आंकते हैं।

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