आखिर कौन सा था वो दांव, 48 घंटे के भीतर मोदी के 2 बड़े विरोधी बैकफुट पर आ गए, करने लगे इस्तीफे की बात
ममता बनर्जी का बड़ा वोट बैंक महिलाओं का है। इस वक्त कोलकाता रेप मर्डर केस को लेकर महिलाएं भी सड़क पर हैं। आने वाला बंगाल का चुनाव 2026 में है और ममता बनर्जी अपनी कुर्सी को बरकरार रखना चाहती हैं।
इस वक्त देश की राजनीति का मिजाज बिल्कुल बदला नजर आ रहा है। पिछले 48 घंटों में दो राज्य के मुख्यमंत्री बैकफुट पर नजर आ रहे हैं, जिससे लगने लगा है कि देश में अलग तरह की राजनीति देखने को मिल सकती है। अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया कि मैं दो दिन के अंदर इस्तीफा दे दूंगा। ऐसे में अब ममता बनर्जी का भी जिक्र होने लगा है। ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल पिछले कुछ घंटों में दो ऐसे चेहरे नजर आ रहे हैं जो खुद कुर्सी छोड़ने की बात कह रहे हैं। बता दें कि ट्रेनी डॉक्टर्स को धरने पर बैठे हुए 35 दिन गुजर चुके हैं। ममता दीदी लगातार कोशिश कर रही हैं कि वो बातचीत की टेबल पर बैठें। लेकिन ममता दीदी चाहती थी कि बंद कमरे में मीटिंग हो और इसकी किसी को कानों-कान भनक तक ना लगे। लेकिन डॉक्टर्स लाइव स्ट्रिमिंग की बात पर अड़ गए।
इसे भी पढ़ें: RG Kar Rape-Murder: प्रदर्शन अब भी जारी, बातचीत के लिए ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों को फिर बुलाया
मंगलवार के दिन 2 घंटे तक खाली कुर्सियों के सामने ममत बनर्जी ने इंतजार भी किया। फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि लोगों की खातिर इस्तीफा देने को तैयार हूं। ममता बनर्जी ने एक तरह से इमोशनल कॉर्ड खेलने की कोशिश की। ममता बनर्जी का बड़ा वोट बैंक महिलाओं का है। इस वक्त कोलकाता रेप मर्डर केस को लेकर महिलाएं भी सड़क पर हैं। आने वाला बंगाल का चुनाव 2026 में है और ममता बनर्जी अपनी कुर्सी को बरकरार रखना चाहती हैं। ममता आम जनमानस के जरिए ये मैसेज पहुंचाना चाहती हैं कि मैं मुलाकात करना चाहती हूं। दो बार बातचीत के लिए टेबल पर बैठ चुकी हूं लेकिन डॉक्टर्स नहीं आए और उन्हें ही विलेन बनाने की कोशिश हो रही है। हालांकि ताजा घटनाक्रम में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को कोलकाता में अपने आवास पर बातचीत के लिए पांचवां और अंतिम निमंत्रण भेजा है। ममता बनर्जी ने डॉक्टरों को शाम 5 बजे बैठक के लिए बुलाया गया है।
इसे भी पढ़ें: Kolkata Blast Update: बम धमाके से दहल उठा बंगाल, उड़ गया हाथ, प्रदेश बीजेपी चीफ ने अमित शाह को लिखा पत्र
इस घटनाक्रम के अगले दिन ही अरविंद केजरीवाल भरे मंच से ऐलान कर देते हैं कि मैं दो दिन बात इस्तीफा दे रहा हूं। हालांकि दोनों के इस्तीफे की बात में फर्क ये है कि ममता बनर्जी कह रही हैं कि आप कहे तो मैं इस्तीफा दे दूंगी। अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफे के लिए दो दिन की टाइमलाइन भी बता दी है। बात अरविंद केजरीवाल की करें तो बीच के 15 दिन निकाल ले जिस दौरान वो जमानत पर चुनाव प्रचार के लिए बाहर आए थे तो पूरे छह महीने तिहाड़ से काट कर आए हैं। अब वो नवंबर में चुनाव कराए जाने की बात कह रहे हैं।
अन्य न्यूज़