वांगचुक को हिरासत से रिहा किया गया, अनशन तोड़ा

Sonam Wangchuk
ANI

लद्दाख के लिए ऐसे प्रावधान किए जाएं जिससे इसकी पारिस्थितिकी को संरक्षित किया जा सके और इस प्रावधान के लिए छठी अनुसूची है, जो स्थानीय लोगों को संसाधनों पर शासन और प्रबंधन का अधिकार देती है।’

जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और लद्दाख के कई अन्य लोगों ने महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर बुधवार शाम श्रद्धांजलि अर्पित की और बताया कि उन्हें पुलिस हिरासत से रिहा कर दिया गया है।

इसी के साथ उन्होंने अपना अनशन भी समाप्त कर दिया। वांगचुक ने बताया कि उनके समूह ने अपनी मांगों को सूचीबद्ध करते हुए सरकार को एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने बताया कि हमें जल्द शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक करने का आश्वासन दिया गया है

वांगचुक ने बताया कि हमने अपना अनशन खत्म कर दिया है। उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने सरकार को एक ज्ञापन सौंपा है कि लद्दाख के लिए ऐसे प्रावधान किए जाएं जिससे इसकी पारिस्थितिकी को संरक्षित किया जा सके और इस प्रावधान के लिए छठी अनुसूची है, जो स्थानीय लोगों को संसाधनों पर शासन और प्रबंधन का अधिकार देती है।’’

वांगचुक ने कहा, ‘‘हिमालय में स्थानीय लोगों को सशक्त बनाया जाना चाहिए क्योंकि वे ही इसका सबसे अच्छी तरह संरक्षण कर सकते हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि गृह मंत्रालय ने हमें आश्वासन दिया है इसलिए आने वाले दिनों में हम प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गृह मंत्री से मिलेंगे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़