संजय राउत ने कहा, उद्धव के नेतृत्व वाली शिवसेना के लिए नया चुनाव चिन्ह नई क्रांति ला सकता है
राउत ने कहा, ‘कांग्रेस के सामने भी ऐसी ही स्थिति पैदा हो गयी थी जहां उसके लंबे राजनीतिक इतिहास में तीन बार चुनाव चिह्न पर रोक लगा दी गयी। जनता दल को भी ऐसे ही हालात का सामना करना पड़ा था।’
शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने सोमवार को कहा कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले राजनीतिक दल के लिए नया चुनाव चिह्न आने वाले दिनों में बड़ी क्रांति ला सकता है। धन शोधन के एक मामले में आरोपी राउत को धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत में पेश किया गया था। उनकी न्यायिक हिरासत सोमवार को समाप्त हो गयी। विशेष न्यायाधीश एम जी देशपांडे उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई कर रहे हैं।
राउत को जब अदालत में लाया गया तो वहां उनके परिवार के सदस्य और समर्थक उपस्थित थे। शिवसेना के चुनाव चिह्न ‘तीर कमान’ के उपयोग पर रोक लगाने के निर्वाचन आयोग के अंतरिम आदेश के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए राउत ने कहा, ‘‘शिवसेना (ठाकरे नीत) का नया चुनाव चिह्न पार्टी के लिए बड़ी क्रांति ला सकता है।’’ उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब किसी राजनीतिक दल के सामने इस तरह की स्थिति आई हो जहां उसके चुनाव चिह्न के उपयोग पर रोक लगा दी गयी हो।
राउत ने कहा, ‘‘कांग्रेस के सामने भी ऐसी ही स्थिति पैदा हो गयी थी जहां उसके लंबे राजनीतिक इतिहास में तीन बार चुनाव चिह्न पर रोक लगा दी गयी। जनता दल को भी ऐसे ही हालात का सामना करना पड़ा था।’’ उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने पार्टी के नाम का इस्तेमाल करने पर भले ही फिलहाल के लिए रोक लगा दी हो लेकिन शिवसेना की आत्मा तो यहीं है। राउत ने कहा, ‘‘एकनाथ शिंदे नीत खेमे के लिए पार्टी (शिवसेना) का नाम और चुनाव चिह्न तीर-कमान को हड़पना आसान नहीं है। विद्रोही खेमे को इतनी जल्द यह सब नहीं मिल सकता।’’ उन्होंने यह भी कहा कि इस समय महाराष्ट्र के लोग सबसे ज्यादा नफरत शिंदे से करते हैं।
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