दूसरे चरण की आठ सीटों के लिये फिर सज गई है बिसात, हेमामालिनी और अरूण गोविल सहित कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
मथुरा सीट पर बीजेपी ने फिर से हेमा मालिनी पर भरोसा जताया है। हेमा मालिनी मुकाबला कांग्रेस के मुकेश धनगर और बसपा के सुरेश सिंह से होने जा रहा है। सपा के साथ आने से कांग्रेस इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दे सकती है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में प्रथम चरण का मतदान होने के बाद ही तमाम दलों के नेताओं ने दूसरे चरण के लिये अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रथम चरण के मतदान को सभी दल अपने-अपने पक्ष में बात रहे हैं, लेकिन हकीकत 04 जून को ही सामने आयेगी। अमरोहा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ी रैली की। अपने आप को अमरोहा से कनेक्ट करने के लिये वह तेज गेंजबाज शमी की तरीफ करने से भी नहीं चूकें। शमी अमरोहा के ही रहने वाले हैं। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में अमरोहा, मेरठ, बागपत, गााजियाबााद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ व मथुरा आठ सीटों पर चुनाव होंगे। दूसरे चरण में फिल्म अभिनेत्री और सांसद हेमामालिनी, रामायण सीरियल में प्रभु श्री राम की भूमिका निभाने वाले अरूण गोविल, दानिश अली इन सीटों पर 91 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हैं। सभी सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय देखने को मिल सकता है, क्योंकि बसपा ने अकेले दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान चुनाव में रोमांच ला दिया है। वहीं जानकारों की माने तो वोटों का बंटवारा होने से बीजेपी को इसका सीधा फायदा मिल सकता है। इन सीटों पर 91 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हैं। इनमें से 42 यानी 46 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़ पति है। वहीं 18 प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इस चरण में मेरठ सीट सबसे हॉट सीट बन चुकी है। मेरठ में बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद राजेन्द्र अग्रवाल का टिकट काट कर धारावाहिक रामायण में प्रभु श्री राम का रोल करने वाले अरुण गोविल को उम्मीदवार बनाया है। उधर, समाजवादी पार्टी ने मेरठ सीट पर दो बार अपना प्रत्याशी बदला है। पहले भानु प्रताप सिंह को टिकट दिया। बाद में भानु का टिकट काट कर सपा विधायक अतुल प्रधान को टिकट थमा दिया था, लेकिन अतुल के नामांकन करने के बाद ही उनका टिकट काटकर पूर्व विधायक योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। बसपा ने देववृत त्यागी को कैंडिडेट बनाया है। सपा को इस सीट पर अंदरूनी कलह भारी पड़ सकती है। मुकाबला कांटे का होने की संभावना है।
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मथुरा सीट पर बीजेपी ने फिर से हेमा मालिनी पर भरोसा जताया है। हेमा मालिनी मुकाबला कांग्रेस के मुकेश धनगर और बसपा के सुरेश सिंह से होने जा रहा है। सपा के साथ आने से कांग्रेस इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दे सकती है। हालांकि एकला चलो की राह पर चली बसपा को किसी भी सीट पर हल्के में लेने वाला नहीं है। बसपा अपने चुनावी नतीजों से सबको आश्चर्यचकित कर सकती है।
वहीं अलीगढ़ सीट पर बीजेपी ने दोबारा सतीश कुमार गौतम को उम्मीदवार बनाया दिया है। सपा ने चौधरी बिजेंद्र सिंह और बसपा ने हितेंद्र कुमार बंटी को प्रत्याशी घोषित किया है। इसके अलावा बुलंदशहर सीट पर बीजेपी के डॉ. भोला सिंह का मुकाबला कांग्रेस के शिवराम वाल्मीकि और बसपा के गिरीश चंद से होने की उम्मीद है। इन दोनों ही सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है।
गौतमबुद्धनगर सीट पर भी सपा के टिकट बदलने से ये सीट हॉट सीट बन चुकी है। सपा ने इस सीट डॉ. महेंद्र सिंह नागर को उम्मीदवार बनाया है, लेकिन डॉ. महेंद्र का सपा ने टिकट काटकर राहुल अवाना को टिकट थमा दिया था। बाद में फिर डॉ. महेंद्र सिंह नागर पर भरोसा जताया है। उधर बीजेपी ने डॉ. महेश शर्मा को फिर से प्रत्याशी घोषित किया है, जबकि बसपा ने राजेंद्र सिंह सोलंकी को मैदान में उतारा है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। 2019 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। अन्य दलों की तुलना में बीजेपी का पलड़ा भारी है। गठबंधन होने से कांटे की टक्कर मिल सकती है।
ऐसे ही अमरोहा सीट पर भी कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है, क्योंकि कांग्रेस ने मौजूदा सांसद कुंवर दानिश अली को उम्मीदवार बनाया है। दानिश 2019 में बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। हाल ही में कुंवर दानिश कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इस सीट पर बीजेपी कंवर सिंह तंवर को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बसपा ने एक बार फिर अमरोहा सीट पर मुस्लिम कार्ड खेला है। बसपा ने मजाहिद हुसैन को कैंडिडेट घोषित किया है। बसपा के मुस्लिम उम्मीदवार उतारने से इंडिया गठबंधन को नुकसान हो सकता है जबकि बीजेपी को इससे फायदा होने के आसार है। बीजेपी 2019 में अमरोहा सीट पर चुनाव हार गई थी इसलिए बीजेपी के लिए इस सीट से चुनाव जीतना चुनौती भरा होने वाला है।
दूसरे चरण के चुनावी मैदान में उतरे कांग्रेस के चार में से तीन प्रत्याशियों के अलावा बसपा, भाजपा, सपा, जय हिन्द नेशनल पार्टी और समाज विकास क्रांति पार्टी के सभी प्रत्याशी करोड़पति हैं। उप्र इलेक्शन वॉच के अनुसार मथुरा से भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी हैं सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। इनकी संपत्ति लगभग 278 करोड़ है। वहीं दूसरे नंबर पर अलीगढ़ से भाजपा प्रत्याशी सतीश कुमार गौतम की संपत्ति 16 करोड़ और तीसरे नंबर पर मेरठ से बसपा प्रत्याशी देवव्रत त्यागी की संपत्ति पांच करोड़ के आसपास हैं। नौ महिला प्रत्याशी भी दूसरे चरण के चुनावी मैदान में उतरी हैं।
प्रत्याशियों की शिक्षा की बात की जाये तो 91 प्रत्याशियों में से 33 प्रत्याशी 12 वीं पास भी नहीं हैं। यानी 36 प्रतिशत प्रत्याशी बारहवीं पास भी नहीं है। इन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवीं से 12 वीं के बीच घोषित की है। वहीं 52 प्रत्याशी स्नातक और इससे ज़्यादा पढे हैं। जबकि दो डिप्लोमा, दो साक्षर और दो अनपढ़ हैं।
उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण के उम्मीदवार-
मेरठ लोकसभा सीट-
बीजेपी अरुण गोविल
सपा सुनीता वर्मा
बसपा देववृत त्यागी
अमरोहा से उम्मीदवार-
कांग्रेस कुंवर दानिश अली
बीजेपी कंवर सिंह तंवर
बसपा मुजाहिद हुसैन
बागपत से प्रत्याशी-
सपा मनोज चौधरी
रालोद राजकुमार सांगवान
बसपा प्रवीण बैसला
गाजियाबाद से उम्मीदवार-
बीजेपी अतुल गर्ग
कांग्रेस डॉली शर्मा
गौतमबुद्ध नगर से प्रत्याशी
बीजेपी डॉ. महेश शर्मा
सपा डॉ. महेंद्र सिंह नागर
बसपा राजेंद्र सिंह सोलंकी
मथुरा से उम्मीदवार-
बीजेपी हेमा मालिनी
कांग्रेस मुकेश धनगर
बसपा सुरेश सिंह
अलीगढ़ से प्रत्याशी-
बीजेपी सतीश कुमार गौतम
सपा चौधरी बिजेंद्र सिंह
बसपा हितेंद्र कुमार बंटी
बुलंदशहर से उम्मीदवार-
बीजेपी डॉ. भोला सिंह
कांग्रेस शिवराम वाल्मीकि
बसपा गिरीश चंद
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