Kolkata Dakshin Loksabha सीट पर कमल खिलाने की तैयारी, Bengal में हुआ सिर्फ भ्रष्टाचार का विकास
![Kolkata Dakshin Kolkata Dakshin](https://images.prabhasakshi.com/2024/5/11/kolkata-dakshin_large_1623_166.webp)
भारतीय जनता पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि बंगाल में लोगों की आंखों से पट्टी हट चुकी है इसलिए वे अब राज्य सरकार के बहकावे में नहीं आ रहे हैं। महिलाओं ने कहा कि सभी मजहब के लोग मिलकर इस चुनाव में बंगाल में कमल खिलाने की तैयारी में है।
चुनाव यात्रा के दौरान प्रभासाक्षी की टीम पश्चिम बंगाल पहुंची। जहां की कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट पर हमारे एडिटर नीरज कुमार दुबे ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से बात की है।
पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब राज्य सरकार के बहकावे में मतदाता नहीं आ रहे हैं क्योंकि उनकी आंखों से पट्टी हट चुकी है। इसलिए कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट निश्चित रूप से भाजपा ही जीतेगी। महिलाओं ने कहा कि सभी मजहब के लोग मिलकर बंगाल में कमल खिलाने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से हमारी उम्मीदें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कायम हैं और पार्टी राज्य में बड़ी जीत दर्ज करेगी। एक अन्य महिला कार्यकर्ता ने बताया कि वर्तमान सांसद क्षेत्र से गायब रहते हैं। इसके अलावा संसद में उनकी उपस्थित भी बहुत कम है। इसलिए जनता उनको हटाकर कमल खिलाने की तैयारी कर चुकी है।
पार्टी के एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा कि बंगाल में लोगों और आम जनता के विकास के बजाय भ्रष्टाचार का विकास हुआ है। बंगाल में महिलाओं की दयनीय स्थिति को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस बार निश्चित ही राज्य में कमल खिलेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारी समस्याओं को दूर करेंगे। महिला आरक्षण विधेयक पर महिलाओं ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महिलाओं के प्रति संकल्प को दर्शाता है। क्योंकि प्रधानमंत्री का मानना है कि महिलाओं के ऊपर कोई छत्रछाया ना रहे बल्कि वे स्वयं किसी अन्य की छत्रछाया बनें।
महिलाओं ने राज्य सरकार का विरोध जताते हुए कहा कि राज्य में आयुष्मान, अन्नपूर्णा भंडार, ड्रोन दीदी जैसी योजनाएं बंगाल सरकार की वजह से लागू नहीं हैं। जबकि देश के अन्य हिस्सों में इन योजनाओं का लाभ देश की आम जनता उठा रही है। उन्होंने कहा कि अब बंगाल में ममता दीदी की लक्ष्मी भंडार योजना की जगह मोदी की गारंटी चल रही है। संदेशखालि मुद्दे पर महिलाओं ने कहा कि ममता दीदी आरोपियों को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाती हैं जबकि देश में सभी को पता है कि शाहजहां ने महिलाओं का उत्पीड़न किया है। इस मामले का प्रमुख वह अपराधी है इसलिए संदेशखालि का मामला फर्जी नहीं है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार का बंगाल के गवर्नर के प्रति व्यवहार भी अशोभनीय होता है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता असली मुद्दों को हमेशा फर्जी बताने की कोशिश करते रहते हैं, जिसका राज्य की जनता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
अन्य न्यूज़