Prabhasakshi's Newsroom। आम चुनाव में 400+ सीटें जीतेंगे PM मोदी, ममता नहीं बन पाएंगी प्रधानमंत्री
अनुराग गुप्ता । Dec 3 2021 11:40AM
आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ममता बनर्जी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशों में जुटी हुई है। इसी बीच शुभेंदु अधिकारी ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अगला प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं लेकिन ऐसा नहीं होगा। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 400 से अधिक सीटों के साथ अगली लोकसभा जीतेंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशों में जुटी हुई हैं। हालांकि ममता बनर्जी का कांग्रेस के साथ वाकयुद्ध चल रहा है। कांग्रेस का कहना है कि हमारे बिना विपक्षी एकता मुमकिन नहीं और ममता का मानना है कि यह पुरानी बात है। इसी बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा कि ममता बनर्जी अगला प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं लेकिन ऐसा नहीं होगा।400 प्लस सीटें जीतेंगे PM मोदीआगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ममता बनर्जी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशों में जुटी हुई है। इसी बीच शुभेंदु अधिकारी ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अगला प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं लेकिन ऐसा नहीं होगा। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 400 से अधिक सीटों के साथ अगली लोकसभा जीतेंगे। दरअसल, ममता बनर्जी ने हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि जो भी भाजपा के खिलाफ है, सभी का हमारे साथ आने के लिए स्वागत है। इसी पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि वह अपने राजनीतिक सलाहकार के अनुसार काम कर रही हैं और अगला प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं।कांग्रेस पर बरसे चुनावी रणनीतिकारशुभेंदु अधिकारी ने इशारों-इशारों में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर भी हमला बोला है... क्योंकि प्रशांत किशोर ही हैं जो ममता बनर्जी के लिए रणनीतियां बना रहे हैं। कुछ वक्त पहले तक खबरें थीं कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं और उनकी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी मुलाकात हुई थी लेकिन पीके कांग्रेस में शामिल नहीं हो पाए और ममता बनर्जी ने पीके की अहमियत को समझते हुए उनकी सलाह लेना शुरू कर दिया। बीते दिनों ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर हमला बोला था और फिर पीके भी इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए दिखाई दिए।उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिस विचार और दायरे का प्रतिनिधित्व करती रही है, वह एक मजबूत विपक्ष के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व किसी एक शख्स का दिव्य अधिकार नहीं है। वह भी तब जब पार्टी पिछले 10 सालों में कांग्रेस 90 फीसदी से ज्यादा चुनाव हार चुकी है। ऐसे में विपक्ष की लीडरशिप का फैसला लोकतांत्रिक तरीके से होने देना चाहिए। प्रशांत किशोर की टिप्पणी पर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दरअसल, ममता आम चुनाव से पहले टीएमसी को मजबूत कर भाजपा से सीधे टक्कर लेना चाहती है।
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