Parliament Diary: नई संसद में राष्ट्रपति मुर्मू का पहला संबोधन, राज्यसभा में तीन सांसदों का शपथ

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ANI
अंकित सिंह । Jan 31 2024 3:33PM

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण तथा लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने के प्रावधान वाला कानून पारित होने का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को घोषणा की कि सरकार परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है और इसे रोकने के लिए एक कानून बनाएगी।

लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा बुधवार को संबोधित किया। इसके साथ ही संसद का बजट सत्र शुरू हो गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के बाद उनके अभिभाषण की प्रति लोकसभा के पटल पर रखी गई और फिर सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। यह पहला मौका है जब नए संसद भवन में बजट सत्र का आयोजन होगा। गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी। इस साल लोकसभा के चुनाव होने हैं। इसलिए अंतरिम बजट ही पेश किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भविष्य में राष्ट्रपति के संबोधन के लिए दोनों सदनों की संयुक्त बैठक लोकसभा के कक्ष में आयोजित करने की अनुमति देने के लिए नियमों में रियायत की भी घोषणा की।

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राष्ट्रपति के संबोधन की बड़ी बातें

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण तथा लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने के प्रावधान वाला कानून पारित होने का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को घोषणा की कि सरकार परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है और इसे रोकने के लिए एक कानून बनाएगी। उन्होंने नए संसद भवन में पहला संबोधन देते हुए कहा कि यहां ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की महक है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में गंभीर संकटों के बीच भारत सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है और लगातार पिछली दो तिमाही में देश की विकास दर साढ़े प्रतिशत रही। 

द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को घोषणा की कि सरकार परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है और इसे रोकने के लिए एक कानून बनाएगी। मुर्मू ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी जो अब पूरी हुई है। उन्होंने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पांच दिन में 13 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि बीते एक वर्ष में आठ करोड़ से अधिक लोग काशी गए हैं। उन्होंने कहा कि पांच करोड़ से अधिक लोगों ने उज्जैन में महाकाल के दर्शन किए हैं। उन्होंने कहा कि 19 लाख से अधिक लोगों ने केदारनाथ धाम की यात्रा की है।

कसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं की ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए महिला आरक्षण कानून लागू होने का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि सरकार नारीशक्ति का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए हर स्तर पर काम कर रही है। मुर्मू ने महिला आरक्षण कानून का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘तीन दशक बाद, नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित करने के लिए मैं आपकी सराहना करती हूं। इससे लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं की ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित हुई है।’’ उन्होंने कहा कि यह महिला नीत विकास के सरकार के संकल्प को मजबूत करता है और सरकार ने ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ (सुधार, कार्य प्रदर्शन और बदलाव) की अपनी प्रतिबद्धता को बनाये रखा है। 

भारत द्वारा विज्ञान एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र में की गयी शानदार प्रगति का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि सरकार कृत्रिम मेधा (एआई) मिशन पर काम कर रही है जिससे नये स्टार्ट अप्स के लिए संभावनाएं खुलेंगी। उन्होंने कहा कि भारत, चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर झंडा फहराने वाला पहला देश बना। उन्होंने सूर्य का अध्ययन करने के लिए देश के अंतरिक्ष अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत ने सफलता के साथ आदित्य मिशन प्रक्षेपित किया जो धरती से 15 लाख किलोमीटर दूर अपने उपग्रह में पहुंचा। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि ‘डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम’ से डिजिटल स्पेस और सुरक्षित होने वाला है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को देश के लक्ष्यों और उसके समक्ष आ रही चुनौतियों का जिक्र करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की प्रसिद्ध कविता ‘न दैन्यं न पलायनम्’ की कुछ पंक्तियों का उल्लेख किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश में जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन का उल्लेख करते हुए बुधवार को कहा कि पहले कूटनीति को दिल्ली के गलियारों तक ही सीमित रखा जाता था, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसमें जनता की सीधी भागीदारी सुनिश्चित की है। उन्होंने बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा एवं राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि जब दुनिया में उथल-पुथल मची है, तो ऐसे मुश्किल दौर में भी सरकार ने भारत को ‘विश्व-मित्र’ के रूप में स्थापित किया है तथा आतंकवाद के खिलाफ आज भारत एक प्रमुख आवाज है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘संक्रमण काल में एक मजबूत सरकार होने का क्या मतलब होता है, यह हमने देखा है। बीते तीन वर्षों से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची है तथा दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में दरारें पड़ गई हैं। इस कठिन दौर में सरकार ने भारत को विश्व-मित्र के रूप में स्थापित किया है। विश्व-मित्र की भूमिका के कारण ही आज हम ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज़ बन पाए हैं।’’ 

देश में खेलों और खिलाड़ियों को सरकार की ओर से दी जा रही मदद को अभूतपूर्व बताते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि देश की युवाशक्ति को कौशल और रोजगार से जोड़ने के लिए खेल आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है और भारत बड़ी खेल शक्ति बनने की ओर अग्रसर है।  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार के सार्थक प्रयासों के परिणामस्वरूप आज जम्मू कश्मीर में सुरक्षा का वातावरण है, उत्तर पूर्व में अलगाववाद की घटनाओं में कमी आई है और नक्सली हिंसा में भी भारी गिरावट हुई है।

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राज्यसभा की कार्यवाही

राज्यसभा में बुधवार को तीन नये सदस्यों - सतनाम सिंह संधू, नारायण दास गुप्ता और स्वाति मालीवाल को शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण के बाद उच्च सदन के सभापति जगदीप धनखड़ ने नये सदस्यों का स्वागत किया। सभापति ने कहा कि मनोनीत सदस्य संधू ने राज्यसभा में पहले शपथ ली। उन्होंने संधू से कहा, ‘‘आपने इतिहास रचा है। आप संसद के नए भवन में शपथ लेने वाले पहले व्यक्ति हैं।’’ मालीवाल को दोबारा शपथ लेनी पड़ी क्योंकि पहली बार उनके शपथ लेने पर सभापति ने विचार नहीं किया और दोबारा उनका नाम पुकारा। उन्होंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया था जो शपथ का हिस्सा नहीं थे।

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