राष्ट्रपति के अभिभाषण को कांग्रेस ने बताया चुनावी भाषण, गौरव गोगोई बोले- सरकार ने सच छिपाने की कोशिश की
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि भारत की जो वास्तविक सच्चाई है उसकी झलक हमें राष्ट्रपति के वक्तव्य में नहीं दिखी। जो ऐतिहासिक महंगाई, बेरोजगारी है, उसकी झलक नहीं दिखी। ऐसा लगता है कि सरकार ने देश की सच्चाई को छुपाने और दबाने की पूरी कोशिश की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ ही संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है। राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को देने के लिए एक चुनावी भाषण लिखा है। यह एक तरफा कथा है जो कई महत्वपूर्ण चूक छोड़ देती है, मेरा मानना है कि लोगों को लोकसभा चुनाव में मतदान करने जाते समय इस बारे में सोचना होगा। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि भारत की जो वास्तविक सच्चाई है उसकी झलक हमें राष्ट्रपति के वक्तव्य में नहीं दिखी। जो ऐतिहासिक महंगाई, बेरोजगारी है, उसकी झलक नहीं दिखी। ऐसा लगता है कि सरकार ने देश की सच्चाई को छुपाने और दबाने की पूरी कोशिश की।
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गौरव गोगोई ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार ने सच छिपाने की कोशिश की। जिस तरह से चंडीगढ़ मेयर चुनाव में लोकतंत्र को कुचला गया, उसी तरह राष्ट्रपति के भाषण में आर्थिक और सामाजिक मुद्दों को कुचला गया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जिस तरह से पीएम के करीबी लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है, इस साल के बजट से भी उन्हें फायदा मिलता रहेगा। सांसद दानिश अली ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण में कुछ खास नहीं था...सरकार ने कहा कि रोजगार दिया है, लेकिन किसे दिया? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हां, सरकार के कुछ मित्रों को रोजगार मिला है... सरकार के पास बताने को कुछ नहीं है।
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कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि 10 साल पहले पीएम ने कई वादे किए लेकिन कुछ भी पूरा नहीं किया... जब उन्हें काम के आधार पर वोट नहीं मिल रहा तो वे वोट पाने के लिए भगवान राम के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल ने कहा कि उनका संबोधन सुनने के बाद ऐसा लगता है कि भारत का जन्म 2014 के बाद ही हुआ है। अच्छा होता कि वह अपने भाषण में मणिपुर में हुई घटनाओं और बेरोजगारी व महंगाई का भी जिक्र करतीं।
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