Purvottar Lok: PM Modi ने पूर्वोत्तर को दी कई बड़ी सौगातें, बिहू ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, Arunachal से Amit Shah ने China को दिखाया आईना

bihu dance
ANI
गौतम मोरारका । Apr 14 2023 2:30PM

प्रधानमंत्री ने बिहू नृत्य भी देखा जिसमें 11,000 से अधिक कलाकार शामिल हुए। इस कार्यक्रम का आयोजन असम के बिहू नृत्य को असमिया लोगों की सांस्कृतिक पहचान और जीवन के शुभंकर के रूप में विश्व स्तर पर प्रदर्शित करने के उद्देश्य से किया गया।

प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम पूर्वोत्तर लोक में आप सभी का स्वागत है। आज के कार्यक्रम में बात करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के असम दौरे की, असम में बिहू नृत्य के जरिये बने नये विश्व रिकॉर्ड की, गृह मंत्री अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश दौरे की तथा पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों से आई बड़ी खबरों की। लेकिन आइये सबसे पहले नजर डालते हैं असम से आई खबरों पर।

असम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अपने असम दौरे के दौरान लगभग 14,300 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने असम में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गुवाहाटी और तीन अन्य मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया और 'आपके द्वार आयुष्मान' अभियान की शुरुआत की। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने ‘असम एडवांस्ड हेल्थ केयर इनोवेशन इंस्टीट्यूट’, पलाशबाड़ी और सुआलकुची को जोड़ने वाले ब्रह्मपुत्र नदी पर पुल और शिवसागर के ‘रंग घर’ के सौंदर्यीकरण कार्य की आधारशिला भी रखी। प्रधानमंत्री दोपहर लगभग 12 बजे एम्स, गुवाहाटी पहुंचे और इसके नवनिर्मित परिसर का निरीक्षण किया। इसके बाद एक सार्वजनिक समारोह में, उन्होंने एम्स, गुवाहाटी और तीन अन्य मेडिकल कॉलेजों को राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एम्स, गुवाहाटी में कामकाज का शुरू होना असम और पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।

हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री ने मई, 2017 में इस अस्पताल का शिलान्यास किया था। कुल 1120 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित, एम्स गुवाहाटी 30 आयुष बिस्तरों सहित 750 बिस्तरों वाला एक अत्याधुनिक अस्पताल है। इस अस्पताल में हर साल 100 एमबीबीएस के छात्रों की वार्षिक प्रवेश क्षमता होगी। यह अस्पताल पूर्वोत्तर के लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने जिन तीन चिकित्सा महाविद्यालयों को राष्ट्र को समर्पित किया, उनमें नलबाड़ी चिकित्सा महाविद्यालय, नागांव चिकित्सा महाविद्यालय और कोकराझार चिकित्सा महाविद्यालय शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक में आपातकालीन सेवाओं, आईसीयू सुविधाओं, ओटी और डायग्नोस्टिक सुविधाओं आदि सहित ओपीडी/आईपीडी सेवाओं के साथ 500 बिस्तरों वाले शिक्षण अस्पताल संलग्न हैं। प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 100 एमबीबीएस छात्रों की वार्षिक प्रवेश क्षमता होगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ‘असम एडवांस्ड हेल्थ केयर इनोवेशन इंस्टीट्यूट’ (एएएचआईआई) का शिलान्यास भी किया और पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) कार्ड वितरित करके ‘आपके द्वार आयुष्मान’ अभियान की शुरुआत की।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने बिहू नृत्य भी देखा जिसमें 11,000 से अधिक कलाकार शामिल हुए। इस कार्यक्रम का आयोजन असम के बिहू नृत्य को असमिया लोगों की सांस्कृतिक पहचान और जीवन के शुभंकर के रूप में विश्व स्तर पर प्रदर्शित करने के उद्देश्य से किया गया। इस कार्यक्रम में एक ही स्थान पर 11 हजार से अधिक कलाकारों ने भाग लिया और एक ही स्थान पर दुनिया के सबसे बड़े बिहू नृत्य प्रदर्शन की श्रेणी में एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। इसमें राज्य के 31 जिलों के कलाकारों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर असम के लोगों को बधाई भी दी।

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने गुवाहाटी के श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में गुवाहाटी उच्च न्यायालय के प्लेटिनम जुबली समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भी भाग लिया। इस दौरान, प्रधानमंत्री ने असम पुलिस द्वारा डिजाइन किए गए एक मोबाइल एप्लिकेशन ‘असम कॉप’ का शुभारंभ किया। यह ऐप अपराध और आपराधिक नेटवर्क ट्रैकिंग सिस्टम (सीसीटीएनएस) और वाहन राष्ट्रीय रजिस्टर के डेटाबेस से अभियुक्तों और वाहनों की खोज की सुविधा प्रदान करेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने रेलवे की पांच परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। जिन रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया उनमें दिगारू-लुमडिंग खंड; गौरीपुर- अभयपुरी खंड; न्यू बोंगाईगांव- धूप धारा खंड का दोहरीकरण; रानीनगर जलपाईगुड़ी-गुवाहाटी खंड का विद्युतीकरण; सेंचोआ-सिलघाट टाउन और सेंचोआ-मैराबाड़ी खंड का विद्युतीकरण शामिल है।

इसके अलावा, इस सप्ताह गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया कि भाजपा अगले साल होने वाले आम चुनावों में देश भर में 300 से अधिक लोकसभा सीट जीतेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाएगी। अमित शाह ने डिब्रूगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए विश्वास जताया कि पार्टी इस पूर्वोत्तर राज्य में 14 में से 12 सीट पर जीत हासिल करेगी। उन्होंने डिब्रूगढ़ में भाजपा के ऊपरी असम क्षेत्रीय कार्यालय की आधारशिला रखी। अमित शाह ने कहा, ‘‘2024 के लोकसभा चुनावों में 300 से अधिक सीट पर पार्टी के जीत हासिल करने के साथ नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।’’

इसके अलावा, अलगाववादी अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी पपलप्रीत सिंह को मंगलवार को असम के डिब्रूगढ़ लाया गया और उसे केंद्रीय जेल में रखा गया। अमृतपाल का ‘गुरु’ माने जाने वाले पपलप्रीत सिंह को सोमवार को अमृतसर जिले में पकड़ा गया था और उसे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार किया गया है। उसे पंजाब पुलिस का एक दल दिल्ली से लेकर आया। कड़ी सुरक्षा के बीच उसे हवाई अड्डे से डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल तक ले जाया गया।

इसके अलावा, असम के वन विभाग ने केंद्र सरकार से सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत जानकारी मांगने वाले एक कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है। वन विभाग के मुताबिक, इस कार्यकर्ता ने 'काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान' (केएनपी) में गैंडों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर बताने का 'झूठा' आरोप लगाकर उद्यान की बदनामी करने की कोशिश की है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को लिखे एक पत्र के जवाब में, असम के प्रधान वन संरक्षक और वन बल के प्रमुख एमके यादव ने दावा किया कि आरटीआई कार्यकर्ता रोहित चौधरी ने गैंडों की जनगणना में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का "गलत तरीके से अध्ययन" किया।

इसके अलावा, असम में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी असम गण परिषद (अगप) ने कहा है कि वह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेगी ताकि संसद के निचले सदन में अपने प्रतिनिधित्व को मजबूत कर सके। अगप के अध्यक्ष अतुल बोरा ने 'बिहू' उत्सव की पूर्व संध्या पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी अपने संगठन को मजबूत करने के लिए पूरे असम में कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू करेगी।

अरुणाचल प्रदेश

अरुणाचल प्रदेश से आई खबरों की बात करें तो आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोगों से अरुणाचल प्रदेश में “भारत के पहले गांव” किबितू की यात्रा कर उसकी प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने और उसके इतिहास से प्रेरणा लेने का आग्रह किया है। हम आपको बता दें कि अमित शाह ने 10 अप्रैल को किबितू का दौरा किया था और रात भर वहीं रुके थे। यह गांव चीन की सीमा के साथ भारत की सबसे पूर्वी अग्रिम चौकी है। गांव में बर्फ से ढके पहाड़, झरने, नदी और घाटियां दिखाते हुए अमित शाह ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया और कहा, “भारत के पहले गांव किबितू की यात्रा के दौरान खूबसूरत नजारों को कैद किया। अरुणाचल प्रदेश को अपार प्राकृतिक सुंदरता का वरदान प्राप्त है। मैं सभी से अरुणाचल प्रदेश, विशेष रूप से किबितू की यात्रा करने का आग्रह करता हूं, ताकि इसके इतिहास से प्रेरित हों और प्रकृति के चमत्कारों से चकित हो जाएं।” अपनी यात्रा के दौरान गृह मंत्री ने कहा था कि किबितू को भारत का आखिरी गांव नहीं बल्कि पहला गांव कहा जाना चाहिए क्योंकि देश में सबसे पहले सूरज की किरणें इस गांव पर पड़ती हैं। इस क्षेत्र का सैन्य इतिहास भी है क्योंकि किबितू और पड़ोसी वालोंग 1962 में चीनी आक्रमण के दौरान एक भीषण जंग के गवाह बने थे। इस दौरान भारतीय सेना के जवानों ने चीन की जनमुक्ति सेना (पीएलए) के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी और देश के भूभाग का बचाव किया था।

इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने चीन की सीमा से लगे इस गांव में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, उप मुख्यमंत्री चाउना मीन और अन्य नेताओं के साथ एक बैठक के बाद यह टिप्पणी की। अमित शाह ने सीमावर्ती इलाकों के सर्वांगीण विकास के लिए ‘वाईब्रेंट विलेज’ कार्यक्रम की शुरूआत की थी।

इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने परोक्ष तौर पर चीन को संदेश देते हुए कहा कि आज का भारत वह नहीं है जो 1962 में था, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व वाला भारत है। अमित शाह की मौजूदगी में खांडू ने यह भी कहा कि शायद यह पहली बार है कि कोई केंद्रीय गृहमंत्री चीन की सीमा के इतने करीब स्थित स्थान पर आया है। हम आपको यह भी बता दें कि चीन ने अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर आपत्ति जतायी थी लेकिन भारत ने इस आपत्ति को खारिज कर दिया था।

त्रिपुरा

त्रिपुरा से आई खबरों की बात करें तो आपको बता दें कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने त्रिपुरा में चुनाव बाद हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री माणिक साहा से इस सप्ताह मुलाकात की और दावा किया कि विधानसभा चुनाव नतीजे घोषित होने के दिन दो मार्च के बाद से विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं पर हमलों की 2,000 से अधिक घटनाएं दर्ज की गयी हैं। माकपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने कहा कि मुख्यमंत्री माणिक साहा ने प्रतिनिधिमंडल को ऐसी हिंसा रोकने के लिए उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।

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इसके अलावा, त्रिपुरा में महिलाओं के एक समूह ने राज्य का पहला संपूर्ण महिला संगीत बैंड ‘मेघबालिका’ बनाया था जो पूर्वोत्तर राज्यों में काफी लोकप्रिय हो रहा है। बैंड की प्रमुख सदस्य गिटारवादक मून साहा (32) ने बताया कि जब वो 26 साल की थी, तब उसके परिवार के सदस्य उन पर शादी का दबाव बना रहे थे। लेकिन, वो संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहती थी और संगीत विद्यालयों में जाने वाली अन्य महिलाओं के बारे में जानने के लिए सोशल मीडिया को खंगालती थी। उन्होंने बताया कि वो 2017 में पांच महिलाओं को इकट्ठा करने में सफल हुईं और उनके साथ मिलकर बैंड 'मेघबालिका' (क्लाउड गर्ल) का नामकरण करते हुए संगीत कार्यक्रमों के लिए पूर्वाभ्यास (रिहर्सल) शुरू किया। उन्होंने बताया, ‘‘प्रसिद्ध गायक अमर घोष ने एक शीर्षक गीत तैयार करने में हमारी मदद की और हमने अगरतला के बाहरी इलाके में शो करना शुरू किया। धीरे-धीरे हमें लोकप्रियता मिलने लगी।’’

मेघालय

मेघालय से आई खबर की बात करें तो आपको बता दें कि मेघालय उच्च न्यायालय ने राज्य में अवैध खनन के जरिए निकाले गए कोयले की ढुलाई पर लगाम कसने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस पूर्वोत्तर राज्य में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 10 कंपनी तैनात किए जाने का निर्देश दिया है। मुख्य न्यायाधीश संजीब बनर्जी की अगुवाई वाली उच्च न्यायालय की एक पीठ ने इस मामले पर एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए यह कहा। मामले में आगे की सुनवाई के लिए 27 अप्रैल की तारीख तय की गई है।

नगालैंड

नगालैंड से आई खबर की बात करें तो आपको बता दें कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में छात्रों के शीर्ष संगठन ‘नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन’ (एनईएसओ) ने पूरे क्षेत्र से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफस्पा) हटाने और ‘इनर लाइन परमिट’ (आईएलपी) लागू करने की मांग की है। एनईएसओ के अध्यक्ष सैमुअल बी ज्येवरा ने दीमापुर में एक संवाददाता सम्मेलन में मांग की कि पूर्वोत्तर राज्यों के लिए साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) आयोजित नहीं की जानी चाहिए, क्योंकि इस क्षेत्र के विद्यार्थी कई पहलुओं पर देश के अन्य हिस्सों के छात्रों से पीछे हैं।

मणिपुर

मणिपुर से आई खबर की बात करें तो आपको बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सलाहकार के रूप में इस साल जनवरी से सेवाएं दे रहे राज्य के विधायक थोकचोम राधेश्याम ने ‘‘कोई जिम्मेदारी नहीं दिए जाने के कारण’’ इस पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। भाजपा के टिकट पर 2022 में थौबल जिले के हिरोक निर्वाचन क्षेत्र से जीतने वाले राधेश्याम ने 2017 में बीरेन सिंह के पिछले मंत्रिमंडल में शिक्षा, श्रम और रोजगार मंत्री के रूप में कार्य किया था। राधेश्याम ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक पत्र में कहा, ‘‘मैं मणिपुर के मुख्यमंत्री के सलाहकार के पद से इस्तीफा देता हूं, क्योंकि मुझे अब तक कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है।’’

इसके अलावा, पूर्वोत्तर में 19वीं सदी के मध्य में महाराजा चंद्रकीर्ति के शासन काल में मणिपुर और बर्मा (मौजूदा म्यांमा) की सीमा को अंकित करने के लिए लगाए गए तीन पत्थर गायब हो गए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। कला एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त सचिव कीथेलकपम दिनामणि ने बताया कि यह मामला तब संज्ञान में आया जब नौ सदस्यीय अनुसंधानकर्ताओं की टीम कामजोंग जिले के आंतरिक हिस्से में अनुसंधान के इरादे से गई। उन्होंने बताया, ‘‘टीम ने पाया कि चंद्रकीर्ति महाराज के समय में लगाए गए दो पत्थर गायब हैं जिन्हें सानालोक और नाम्फलोक नदियों के संगम पर लगाया गया था।’’

इसके अलावा, मणिपुर में म्यांमा की सीमा से लगते चूड़़ाचांदपुर जिले में संदिग्ध कुकी इंडीपेंडेंट आर्मी (केआईए) उग्रवादियों ने ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन’ (एसओओ) के एक शिविर से हथियार तथा गोला बारूद लूट लिए। पुलिस ने बताया कि एसओओ शिविर वह स्थान है जहां उग्रवादी संगठन के सदस्यों ने सरकार के साथ ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन’ समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। उन्होंने कहा, ‘‘जिन रास्तों से उग्रवादियों के भागने की आशंका है वहां पर व्यापक पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया गया है लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गयी है।’’

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