आदित्य का नाम मीडिया के सामने मत लेना, दिशा सालियान मामले में उद्धव को लेकर सांसद ने कर दिया बड़ा खुलासा

उद्धव ठाकरे के पीएने मुझे फोन किया। मैं भी उस समय घर जा रहा था और उन्होंने (पीए) कहा कि उद्धव ठाकरे मुझसे बात करना चाहते हैं। उन्होंने (पीए) पूछा क्या तुम बात करोगे? मैंने पूछा कि वह (उद्धव ठाकरे) कहाँ हैं और उन्हें फोन दिया जाए। जैसे ही उन्होंने (उद्धव ठाकरे) फोन रिसीव किया, मैंने कहा जय महाराष्ट्र।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद नारायण राणे ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे ने उनसे 2020 में दिशा सालियान की मौत के सिलसिले में प्रेस में अपने बेटे आदित्य का नाम नहीं लेने को कहा था। दिशा सालियान के पिता को हाईकोर्ट जाना पड़ा क्योंकि उन्हें अब तक न्याय नहीं मिला है। उसके पिता को लगा कि उन्हें पुलिस से न्याय नहीं मिलेगा।इसलिए वे हाईकोर्ट गए। उद्धव ठाकरे के पीएने मुझे फोन किया। मैं भी उस समय घर जा रहा था और उन्होंने (पीए) कहा कि उद्धव ठाकरे मुझसे बात करना चाहते हैं। उन्होंने (पीए) पूछा क्या तुम बात करोगे? मैंने पूछा कि वह (उद्धव ठाकरे) कहाँ हैं और उन्हें फोन दिया जाए। जैसे ही उन्होंने (उद्धव ठाकरे) फोन रिसीव किया, मैंने कहा जय महाराष्ट्र। उन्होंने (उद्धव ठाकरे) मुझसे पूछा कि क्या मैं अब भी जय महाराष्ट्र कहता हूं, तो मैंने जवाब दिया कि मैं मरते दम तक जय महाराष्ट्र कहता रहूंगा। जय महाराष्ट्र मातोश्री की संपत्ति नहीं है। यह छत्रपति शिवाजी महाराज की संपत्ति है।
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राणे ने कहा कि इसके बाद उन्होंने (उद्धव ठाकरे) मुझसे उनके बेटे (आदित्य ठाकरे) का नाम प्रेस में न लेने को कहा। मैंने कहा कि मैंने किसी का नाम नहीं लिया। मैंने (प्रेस में) कहा कि एक मंत्री शामिल हैं। जब सुशांत सिंह और दिशा सालियान की यह घटना हुई तब वह (आदित्य ठाकरे) मंत्री थे। हर कोई इस बारे में जानता था और इसके सबूत भी थे। गौरतलब है कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान ने इस सप्ताह की शुरुआत में बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख कर उन रहस्यमय परिस्थितियों की नए सिरे से जांच की मांग की, जिनमें उनकी बेटी जून 2020 में मृत पाई गई थी।
याचिका में उच्च न्यायालय से शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश देने का आग्रह किया गया है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि दिशा सालियान के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई तथा बाद में कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों को बचाने के लिए राजनीतिक रूप से साजिश रची गई।
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