Mallikarjun Kharge के अध्यक्ष बनने से दक्षिण में खुले कांग्रेस के द्वार, karnataka के बाद Telangana में हाथ को मिली मजबूती
तेलंगाना में कांग्रेस के लिए अच्छी खबर है जहां वह के चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्रीय समिति पर भारी बहुमत बनाती हुई दिखाई दे रही है। ऐसे में कहा जा सकता है कि हिंदी बेल्ट और खास करके उत्तर और मध्य भारत में कांग्रेस को मिल रही करारी शिकस्त के बीच तेलंगाना से पार्टी के लिए अच्छी खबर आई है।
2024 से पहले 2023 के आखिर में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में शिक्षा के नतीजे आज सामने आ रहे हैं। शुरुआती रुझानों में देखें तो मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा जबरदस्त बहुमत के साथ सरकार बनाती हुई दिखाई दे रही है। तो वहीं तेलंगाना में कांग्रेस के लिए अच्छी खबर है जहां वह के चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्रीय समिति पर भारी बहुमत बनाती हुई दिखाई दे रही है। ऐसे में कहा जा सकता है कि हिंदी बेल्ट और खास करके उत्तर और मध्य भारत में कांग्रेस को मिल रही करारी शिकस्त के बीच तेलंगाना से पार्टी के लिए अच्छी खबर आई है।
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तेलंगाना से यह खबर ऐसे समय में आई है जब पार्टी को दक्षिण के एक और राज्य कर्नाटक में कुछ महीने पहले जबरदस्त जीत मिली थी। इन सबके बीच कहा जा सकता है कि मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी के लिए दक्षिण के द्वार खुल गए हैं। जिस तरीके से कर्नाटक में भाजपा के खिलाफ कांग्रेस को जबरदस्त बहुमत हासिल हुई उसके बाद उसे तेलंगाना में भी जबरदस्त बहुमत मिलती हुई दिखाई दे रही है। जिसके बाद यह दावा किया जा रहा है कि दक्षिण को लेकर कांग्रेस अब मजबूत हो गई है और इसका बड़ा कारण मल्लिकार्जुन खड़गे हैं।
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तेलंगाना में दलित भी एक बड़ा चुनावी मुद्दा रहा है और ऐसे में दलित समुदाय से आने वाले खड़गे की वजह से कांग्रेस को बढ़त मिलती हुई दिखाई दे रही है। दूसरी ओर कांग्रेस के लिए प्लस पॉइंट दक्षिण में यह भी है कि राहुल गांधी फिलहाल लोकसभा में दक्षिण का ही प्रतिनिधित्व करते हैं। वह दक्षिणी राज्य केरल के वायनाड सीट से सांसद हैं। अगर हम कहें कि दक्षिणी राज्यों में कांग्रेस अब अपनी पकड़ को मजबूत करते हुए दिखाई दे रही है तो इसमें कोई दो राय नहीं है।
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