ईसाइयों और मुस्लिमों पर क्यों आंखें गड़ाए है BJP ? Eid al-Fitr के लिए भाजपा की योजना जान कर विपक्षी पार्टियों के बड़े-बड़े नेताओं के उड़ गये होश

BJP
ANI

केरल में मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन चर्च के एक पादरी (बिशप) ने कहा है कि निहित स्वार्थों के चलते ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर "अनावश्यक दुष्प्रचार" किया जाता है कि भारत में ईसाई समुदाय का उत्पीड़न किया जाता है।

लोकसभा चुनावों से पहले केरल में अल्पसंख्यक समूहों के बीच पैठ बनाने की कोशिश कर रही भाजपा लगातार सक्रिय है। अब तो ईसाई धर्म के प्रमुख पादरी ने भी कह दिया है कि भारत में ईसाइयों को कोई खतरा नहीं है जिससे पार्टी नेताओं के हौसले बुलंद हुए हैं। अब मुस्लिमों को भी केरल में भगवा पार्टी की ओर से लुभाया जा रहा है। केरल में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अगले सप्ताह ईद के अवसर पर राज्य में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के घरों पर जाकर उन्हें मुबारकबाद देंगे। हम आपको बता दें कि भाजपा ने पिछले रविवार को ‘स्नेह यात्रा’ आयोजित की थी, जिसके तहत पार्टी कार्यकर्ताओं ने ईसाई समुदाय के लोगों के घरों पर जाकर उन्हें ईस्टर की शुभकामनाएं दी थीं। भाजपा के एक सूत्र ने बताया कि ईद के मौके पर मुसलमानों के बीच जाने का फैसला कोच्चि में हुई पार्टी की राज्य कोर कमेटी की बैठक में लिया गया। बैठक में भाजपा के केरल प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने ईस्टर के मौके पर ईसाइयों के घर जाकर उन्हें शुभकामनाएं देने की पहल को सराहनीय बताया। बैठक में जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दृढ़ता से मानते हैं कि भारत के लोग जाति, धर्म और क्षेत्रवाद से परे हैं।

जावड़ेकर ने भाजपा कार्यकर्ताओं को, सभी को एकजुट करने के प्रधानमंत्री के विचार को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करने का निर्देश दिया। बैठक में जावड़ेकर ने भाजपा कार्यकर्ताओं से शनिवार को सभी के साथ ‘विशु’ मनाने और ईद की मुबारकबाद देने के लिए मुस्लिमों के घर जाने को भी कहा। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ईस्टर के मौके पर नयी दिल्ली में एक चर्च का दौरा करने से कांग्रेस और वाम दलों द्वारा फैलाए जा रहे इस ‘दुष्प्रचार को नाकाम करने’ में मदद मिली है कि भाजपा अल्पसंख्यकों के खिलाफ है।

मुख्यमंत्री ने किया कटाक्ष

हालांकि केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने ईस्टर पर गिरजाघर के दौरे के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर यह संघ परिवार के ‘‘पिछले कर्मों का प्रायश्चित है’’ तो अच्छी बात है। विजयन ने कहा था कि लोगों ने संघ परिवार का ‘‘असली रंग’’ देखा है और अब वे अपने आप को ईसाई समुदाय के करीब दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘देश के प्रधानमंत्री दिल्ली में (ईस्टर पर) प्रसिद्ध गिरजाघर गए। अगर यह ईसाइयों के खिलाफ पिछले कर्मों का प्रायश्चित था तो यह अच्छी बात है। हमने देखा कि भाजपा नेता राज्य में बिशप के घरों में जा रहे हैं। इसमें कुछ गलत नहीं है। लेकिन भाजपा को समझना चाहिए कि लोग अपने अनुभव के आधार पर ही प्रतिक्रिया देंगे।''

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: Karnataka में BJP ने नहीं थामा आंतरिक असंतोष तो सत्ता में लौटना मुश्किल होगा

प्रमुख पादरी का मिला समर्थन!

हम आपको यह भी बता दें कि केरल में मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन चर्च के एक पादरी (बिशप) ने कहा है कि निहित स्वार्थों के चलते ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर "अनावश्यक दुष्प्रचार" किया जाता है कि भारत में ईसाई समुदाय का उत्पीड़न किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह एक महान राष्ट्र का अपमान करने के समान है। मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन चर्च के बिशप गीवरगीस मार यूलियोस ने संवाददाताओं से कहा कि सभी धार्मिक समूहों के सांप्रदायिक संगठन हैं लेकिन धर्मों और ऐसे संगठनों का अंतिम लक्ष्य भिन्न है। उन्होंने कहा कि निहित स्वार्थ से यह प्रचारित किया जा रहा था कि देश में धार्मिक स्वतंत्रता नहीं है और ईसाई समुदाय पर व्यापक हमले हो रहे हैं।

उन्होंने कहा, "मुझे विदेश से फोन आते थे कि वहां (भारत में) क्या हो रहा है...क्या लोग मारे जा रहे हैं, आदि आदि। निस्संदेह, भारत एक बड़ा देश है। छिटपुट स्थानों पर कुछ नाराजगी हो सकती है। इससे कानूनी तरीके से निपटा जाना चाहिए। आवश्यक हुआ तो विरोध प्रदर्शन भी किया जाना चाहिए।’’ बिशप ने कुछ समय पहले गुजरात में ननों के उत्पीड़न के खिलाफ आयोजित एक प्रदर्शन का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि बाद में साबित हुआ कि आरोपी फर्जी पहचान पत्र के जरिए भारत में घुस आए थे। उन्होंने कहा, "जब वे पकड़े गए, तो वे विहिप कार्यकर्ता या इसी तरह के अन्य लोग नहीं थे। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि विहिप अच्छा है।" हम आपको बता दें कि उनकी यह टिप्पणी अहम है क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा केरल में ईसाई समुदाय तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। हम आपको यह भी बता दें कि बिशप यूलियोस हाल ही में तब सुर्खियों में थे जब उन्होंने कहा था कि देश के सभी आंतरिक मुद्दों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दोषारोपण नहीं किया जा सकता।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़