गुलाम नबी आजाद ने फिर की मोदी की तरीफ, कहा- प्रधानमंत्री मेहनती हैं, हम नींद से उठकर गालियां नहीं देते
आजाद ने कहा कि सब पार्टी को अवसर नहीं देंगे बढ़ने का उनका भी वही हाल होगा। उन्होंने कहा कि अपनी मर्जी से नेता इधर से उधर चाहते हैं लेकिन सरकार को इस में तोड़फोड़ नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में भी कुछ कमिया रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि इसमें कोई शक नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी मेहनती हैं। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि हम मोदी और भाजपा की अगर आलोचना करते हैं तो तारीफ भी करते हैं। हम 24 घंटे नींद से उठकर मोदी और भाजपा को गालियां नहीं देते। विदेश नीति में दुनिया विफल हो गई परन्तु भारत सफल हुआ है। दुनिया के सारे देश लड़ रहे हैं और हम शांत रह गए। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ चीजों में भाजपा को सुधार करना होगा नहीं तो उनका भी कांग्रेस जैसा हाल हो सकता है। विधानसभाओं को तोड़फोड़ करने का सिलसिला बंद करना होगा।
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आजाद ने कहा कि सब पार्टी को अवसर नहीं देंगे बढ़ने का उनका भी वही हाल होगा। उन्होंने कहा कि अपनी मर्जी से नेता इधर से उधर चाहते हैं लेकिन सरकार को इस में तोड़फोड़ नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में भी कुछ कमिया रही है। कांग्रेस उन गलतियों को ठीक करगी, ऐसी मेरी उम्मीद है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का एक इतिहास रहा है। संघर्ष के दिनों में वह सबसे आगे रही है। कांग्रेस के ही नेतृत्व में आजादी की लड़ाई लड़ी गई और मुझे इस बात का विश्वास है कि आज की लीडरशिप इसको ध्यान में रखेगी और एक राष्ट्रीय पार्टी का रोल अदा करेगी। उन्होंने कहा कि आज भाजपा राष्ट्रीय पार्टी है लेकिन सब लोग पूछते हैं यह दूसरी कौन नेशनल पार्टी है?
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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र को ठीक करना है तो इसमें दो पार्टी सिस्टम तो मिनिमम होना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि गलतियों को सुधारना भी कांग्रेस पर उसके लीडरशिप का काम है। पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा कि लीडरशिप की आज समस्या यह है कि जो सलाह उन्हें अच्छी लगती है वह उसे मानते हैं, जो अच्छी नहीं लगती उसे वह सीधे बुरा ही मानते हैं। उन्होंने कहा कि वह नेता नेता नहीं है जो आलोचनाओं को बर्दाश्त ना कर पाए। इससे पहले गुलाम नबी आज़ाद ने कहा था कि वह और जी23 भाजपा के करीबी हैं ऐसी बात तो बेवकूफी है। अगर जी23 बीजेपी का प्रवक्ता था तो उन्हें कांग्रेस ने सांसद क्यों बनाया? उन्हें सांसद, महासचिव और पदाधिकारी क्यों बनाया है? मैंने ही पार्टी बनाई है। बाकी लोग अभी वहीं हैं। यह दुर्भावनापूर्ण, अपरिपक्व और बचकाना आरोप है।
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