सिर्फ एक मंत्री पद से जदयू में नाराजगी, नीतीश ने आरसीपी सिंह को नहीं दी बधाई !
बताया जा रहा है कि खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सिर्फ एक मंत्री पद से नाराज हैं। इतना ही नहीं, यह भी कहा जा रहा है कि जो विभाग आरसीपी सिंह को दिया गया है उससे भी नीतीश कुमार दुखी हैं।
बहुप्रतीक्षित मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। इस विस्तार में सहयोगियों को भी शामिल किया गया है। बिहार से लोजपा के पशुपति पारस और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को मोदी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। आरसीपी सिंह को इस्पात मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। इन सबके बीच खबर यह है कि जदयू एक मंत्रालय को लेकर खुश नहीं है। इसको लेकर जदयू में नाराजगी है। बताया जा रहा है कि खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सिर्फ एक मंत्री पद से नाराज हैं। इतना ही नहीं, यह भी कहा जा रहा है कि जो विभाग आरसीपी सिंह को दिया गया है उससे भी नीतीश कुमार दुखी हैं।
इसे भी पढ़ें: प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल नए मंत्रियों में कई रहे हैं डॉक्टर, वकील, इंजीनियर
सूत्र यह दावा कर रहे है कि आरसीपी सिंह भाजपा के साथ उस तरह से मोलभाव नहीं कर सके जैसा नितीश कुमार करते रहे हैं। यही कारण है कि नीतीश भी इससे नाराज हैं और अब तक उन्होंने आरसीपी सिंह को बधाई नहीं दी है। इतना ही नहीं, खबर यह है कि लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी नाराज है। ललन सिंह की नाराजगी की वजह यह भी है कि उन्हें मंत्री पद के लिए पार्टी की ओर से आगे क्यों नहीं किया गया? आरसीपी सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष है। ऐसे में उनके पास एक जिम्मेदारी पहले से ही है।
इसे भी पढ़ें: हर्षवर्धन समेत 12 की छुट्टी, सात का हुआ प्रमोशन, सिंधिया, राणे सहित 36 नए चेहरे मंत्रिपरिषद में शामिल
उधर, विपक्ष नीतीश कुमार पर निशाना साधा रहा है। यह कह रहा है कि जब एक ही मंत्रालय से पार्टी संतुष्ट हो रही है तो फिर 2019 में क्यों नहीं साथ गए थे? विपक्ष ने तो अब यह कहना शुरू कर दिया कि पार्टी सिर्फ एक जात और एक जिले के आधार पर चल रही है। आपको बता दें कि नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह एक ही जिले नालंदा से आते हैं और एक ही जात कुर्मी हैं। बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण काफी मायने रखता है। लेकिन जिस तरह से जदयू के अंदर अब नाराजगी की खबर आ रही है उससे कहीं ना कहीं नीतीश कुमार के लिए मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
अन्य न्यूज़