एकनाथ शिंदे को देवेंद्र फडणवीस ने दी बधाई, कहा- उन्होंने साबित कर दिया कि असली शिवसेना कौन है
शिवसेना के स्थापना के साथ ही बाला साहब ठाकरे लगातार दशहरा के दिन इस तरह की रैली करते आए हैं। शिवसेना में बगावत के बाद यह पहला मौका था जब इस रैली का दो जगह आयोजन किया गया था। एकनाथ शिंदे की रैली में शिवसेना कार्यकर्ताओं का बड़ा हुजूम जुटा था। इसी को लेकर अब देवेंद्र फडणवीस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
महाराष्ट्र में शिवसेना पार्टी को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट दोनों का अलग-अलग दावा है। दशहरा के दिन दोनों ओर से शक्ति प्रदर्शन की भी कोशिश की गई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जहां शिवसेना के कार्यकर्ताओं को बांद्रा कुर्ला कॉन्प्लेक्स के एक मैदान में संबोधित किया तो वही उद्धव ठाकरे ने अपने कार्यकर्ताओं को शिवाजी पार्क में संबोधित किया। शिवसेना के स्थापना के साथ ही बाला साहब ठाकरे लगातार दशहरा के दिन इस तरह की रैली करते आए हैं। शिवसेना में बगावत के बाद यह पहला मौका था जब इस रैली का दो जगह आयोजन किया गया था। एकनाथ शिंदे की रैली में शिवसेना कार्यकर्ताओं का बड़ा हुजूम जुटा था। इसी को लेकर अब देवेंद्र फडणवीस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। देवेंद्र फडणवीस ने साफ तौर पर कहा है कि एकनाथ शिंदे ने साबित कर दिया कि शिवसेना कौन है। आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे सरकार में देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री हैं।
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अपने बयान में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बधाई देना चाहता हूं, उन्होंने साबित कर दिया कि असली शिवसेना कौन है। उनकी रैली में राज्य भर के लोग आए, इसने स्थापित किया कि असली शिवसेना मुख्यमंत्री शिंदे की शिवसेना है। वहीं, शिंदे ने अपने कार्यकर्ताओं से साफ तौर पर कहा था कि उनकी बगावत ‘विश्वासघात’ नहीं बल्कि ‘गदर’ थी। उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से हाथ मिलाने को लेकर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को पार्टी संस्थापक बाल ठाकरे के स्मारक पर घुटने टेकने चाहिए और माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमने गद्दारी नहीं की, बल्कि यह गदर था। हम गद्दार नहीं हैं, बल्कि बाला साहेब के सैनिक हैं। आपने बाला साहेब के मूल्यों को बेच दिया। कौन असली गद्दार है जिसने सत्ता के लालच में हिन्दुत्व से गद्दारी की।
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वहीं, उद्धव ठाकरे ने कहा था कि जिन्हें हमने सब कुछ दिया, उन्होंने हमारे साथ विश्वासघात किया और जिन्हें कुछ नहीं दिया, वे सब एक साथ हैं। यह सेना एक या दो की नहीं बल्कि आप सभी की है। जब तक आप मेरे साथ हैं, मैं पार्टी का नेता रहूंगा। उद्धव ठाकरे ने आगे कहा था कि हमारी वार्षिक परंपरा के अनुसार, 'रावण दहन' समारोह होगा, लेकिन इस वर्ष का रावण अलग है। समय के साथ रावण भी बदल जाता है... वह अब तक 10 सिर वाला हुआ करता था... उसके पास अब कितने सिर हैं? वह 50 गुना अधिक विश्वासघात कर रहे हैं।
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