द कश्मीर फाइल्स फिल्म देखने से रोक रही छत्तीसगढ़ सरकार: भाजपा

Chhattisgarh

विधानसभा में सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाया और कहा कि राज्य सरकार सिनेमाघर मालिकों से यह सुनिश्चित करने के लिए कह रही है कि लोग बड़ी संख्या में फिल्म न देख सकें।

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया है सत्ताधारी दल कांग्रेस नहीं चाहती कि राज्य के लोग द कश्मीर फाइल्स फिल्म देखें। विधानसभा में सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाया और कहा कि राज्य सरकार सिनेमाघर मालिकों से यह सुनिश्चित करने के लिए कह रही है कि लोग बड़ी संख्या में फिल्म न देख सकें।

इसे भी पढ़ें: पांच बार गुजरात विधानसभा में चुने गये कांग्रेस विधायक जोशियारा का कोरोना से निधन, प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी ने शोक जताया

अग्रवाल ने कहा कि फिल्म में कश्मीरी पंडितों के दर्द और सच्चाई को दिखाया गया है तथा देश में हर कोई इसे देखना चाहता है लेकिन राज्य सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार की हत्या कर रही है। उन्होंने कहा ​कि फिल्म राज्य के तीन सिनेमाघरों में दिखाई जा रही है लेकिन इसे देखने के लिए टिकट नहीं बेचे जा रहे हैं, क्योंकि राज्य सरकार के दबाव में थिएटर मालिक सिर्फ 10-15 टिकट बेचकर हाउसफुल बोर्ड लगा रहे हैं। अग्रवाल ने आरोप लगाया कि सरकार नहीं चाहती कि लोग फिल्म देखें जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

बाद में विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान अग्रवाल ने कहा कि कई राज्यों ने फिल्म को मनोरंजन कर से छूट प्रदान की है। उन्होंने मांग की ​कि छत्तीसगढ़ में भी यह फिल्म मनोरंजन कर से मुक्त हो। विधायक ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ फिल्म देखेंगे। अग्रवाल के आरोपों का खंडन करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा फिल्म पर राजनीति करने की कोशिश कर रही है।

इसे भी पढ़ें: आईपीएल की तैयारी में जुटी केकेआर , अभ्यास किया शुरू

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने एक बयान में कहा है कि भाजपा के लिये हिन्दुत्व और हिन्दु सिर्फ राजनीति का विषय है और वह हिन्दुत्व के नाम पर सिर्फ हिन्दु मतों के ध्रुवीकरण की राजनीति करती है।

ठाकुर ने कहा कि ‘कश्मीर फाईल्स’ फिल्म के कथानक के बारे में भाजपाई जिस प्रकार का आचरण कर रहे उससे भी यही स्पष्ट हो रहा कि भाजपाई कश्मीरी पंडितों के ऊपर हुये अत्याचारों का राजनीतिकरण करना चाह रहे और उनकी पीड़ा से भाजपा को कोई मतलब नहीं है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़