Chandigarh Municipal Corporation: भाजपा-कांग्रेस को झटका, 14 सीटों के साथ AAP बनी सिंगल लार्जेस्ट पार्टी
सबसे बड़ी बात तो यह रही कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा महापौर रविकांत शर्मा को आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी दमनप्रीत सिंह के हाथों हार मिली है।
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ी सफलता मिली है। वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव के फाइनल नतीजे आ गए हैं। 14 सीटों के साथ आम आदमी पार्टी सबसे ज्यादा सफलता करने में कामयाबी हासिल की है। जबकि दूसरे नंबर पर 12 सीटों के साथ भाजपा रही है। कांग्रेस के खाते में 8 सीटें गई हैं जबकि अकाली दल ने एक सीट पर जीत दर्ज की है। आपको बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम में कुल 35 वार्ड है जहां 24 दिसंबर को वोटिंग हुई थी।
दिल्ली में आप नेता राघव चड्ढा ने कहा कि मैं आप और अरविंद केजरीवाल की ओर से चंडीगढ़ के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारी जैसी छोटी और ईमानदार पार्टी को इतना प्यार और विश्वास दिया, जिसने यहां पहली बार चुनाव लड़ा। चंडीगढ़ सिर्फ ट्रेलर है, पंजाब फिल्म है। सबसे बड़ी बात तो यह रही कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा महापौर रविकांत शर्मा को आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी दमनप्रीत सिंह के हाथों हार मिली है। वार्डों की संख्या 2016 में 26 थी जो बढ़कर अब 35 हो गई है। परंपरागत रूप से, हर पांच साल में होने वाले नगरपालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलती है, लेकिन आम आदमी पार्टी के आ जाने से इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो गया था।Chandigarh Municipal Corp poll results | Aam Aadmi Party wins in 14 wards, BJP wins in 12 wards, Congress wins in 8 wards, Shiromani Akali Dal wins in 1 ward, as per State Election Commission pic.twitter.com/pab67hMnLr
— ANI (@ANI) December 27, 2021
इसे भी पढ़ें: पंजाब चुनाव के बीच अमित शाह से मिलने पहुंचे कैप्टन अमरिंदर, सीट बंटवारे पर बन सकती है बात
पिछले नगरपालिका चुनावों में, भाजपा ने 20 सीटें जीती थीं और इसकी भूतपूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के हिस्से एक सीट आई थी। कांग्रेस के हाथ बस चार सीटें आई थीं। भाजपा ने पिछले पांच वर्षों की अपनी “उपलब्धियों” के सहारे चुनाव लड़ा है जबकि, कांग्रेस और आप ने विकास कार्य करने में कथित तौर पर विफल रहने के लिए भाजपा पर निशाना साधा और स्वच्छ सर्वेक्षण (स्वच्छता के लिए एक रैंकिंग) रैंकिंग में शहर के नीचे जाने पर उसकी आलोचना की। दोनों दलों ने भाजपा को दादुमाजरा कूड़ा भंडारण स्थल की समस्या न सुलझाने और आवश्यक सामग्रियों की कीमतें बढ़ने को लेकर भी घेरा है।
अन्य न्यूज़