रविवार को भोपाल का दौरा करेंगे Amit Shah, Madhya Pradesh Election को लेकर बनाएंगे रणनीति
आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले शाह का दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बीजेपी अब तक मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों की तीन सूचियां जारी कर चुकी है, पहली और दूसरी सूची में 39 नाम और तीसरी सूची में केवल एक नाम की घोषणा की गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पार्टी की बैठकों में भाग लेने, उम्मीदवारों से फीडबैक लेने और मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए राज्य के नेताओं के साथ रणनीति पर चर्चा करने के लिए रविवार को भोपाल जाएंगे। पार्टी के करीबी सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि अमित शाह 1 अक्टूबर को सुबह 11:30 बजे भोपाल पहुंचने वाले हैं और लगभग तीन घंटे तक रुकेंगे। वह पार्टी मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें भी करेंगे। गौरतलब है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले शाह का दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बीजेपी अब तक मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों की तीन सूचियां जारी कर चुकी है, पहली और दूसरी सूची में 39 नाम और तीसरी सूची में केवल एक नाम की घोषणा की गई है।
इसे भी पढ़ें: Rajasthan Election को लेकर अमित शाह-जेपी नड्डा ने 6 घंटे तक बनाई रणनीति, वसुंधरा राजे के साथ भी अलग बैठक
इन तीन सूचियों में कुल 230 विधानसभा सीटों में से 79 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, जबकि राज्य की शेष 151 सीटों के लिए नामों का खुलासा होना बाकी है। भाजपा ने मंगलवार को राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एक भी उम्मीदवार वाली अपनी तीसरी सूची जारी की। पार्टी ने छिंदवाड़ा जिले में अनुसूचित जनजाति (एसटी) आरक्षित अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए सूची की भी घोषणा की। इससे पहले सोमवार शाम को, भाजपा ने मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 39 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची जारी की, जिसमें पार्टी के चार सांसद और तीन केंद्रीय मंत्री शामिल हैं।
इसे भी पढ़ें: Prajatantra: वसुंधरा नहीं तो कौन? राजस्थान में राजे को लेकर क्यों है भाजपा में असमंजस
मध्य प्रदेश की बात करें तो वहां भाजपा बड़े नाम को भी चुनावी मैदान में उतर रही है। इसका मतलब साफ है कि पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीटों को सुरक्षित करना चाहती है। साथ ही जो कमजोर सीट हैं, वहां अभी से ही तैयारी शुरू की जा रही है। इसके अलावा अगर इन राज्यों में सीएम का चेहरा नहीं दिया जाता है तो क्षेत्रीय नेताओं को ज्यादा महत्व मिलेगा। भाजपा की ओर से भाई-भतीजावाद वाली राजनीति पर अंकुश लगाने पर भी कहीं ना कहीं खास ध्यान दिया जा रहा है। भाजपा सभी नेताओं को यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि आप अपने-अपने क्षेत्र में दम लगाइए और पार्टी की जीत सुनिश्चित करिए। आपको उसके अनुरूप सरकार बनने पर मौका दिया जाएगा।
अन्य न्यूज़