आत्मनिर्भर भारत बनाने में मदद करेंगे आत्मनिर्भर गांव: नरेंद्र सिंह तोमर
उन्होंने कहा कि किसान तब ही लाभ कमा सकते हैं जब मूल्यवान उपज की ओर आकर्षित हों, नई प्रौद्योगिकी और बाजार से जुड़ें। उन्होंने कहा कि इस पर विचार करते हुए सरकार ने 10,000 किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाने का फैसला किया है, जिस पर 6,850 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और यह देश के किसानों के लिए फलदायी होगा।
मंत्री ने कहा कि आईसीएआर और किसानों के साथ मिलकर केंद्र और राज्य सरकारें 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में काम कर रही हैं। तोमर असम चुनावों में भाजपा के चुनाव प्रभारी हैं और वह बुधवार से राज्य में हैं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत सरकार ने लगभग 1.50 लाख करोड़ रुपये के कृषि अवसंरचना कोष की घोषणा की है और किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए इस निधि का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि असम की भूमि संसाधनों से भरी है और इसकी जलवायु और मिट्टी खेती के लिए उपयुक्त है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे मांगों को पूरा करने के लिए अपनी फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास करें।कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय असम द्वारा आयोजित कृषि यंत्रों का वितरण एवं हितधारकों के सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया व कृषि यंत्रों का वितरण किया। pic.twitter.com/N0bYbGCm4K
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) February 19, 2021
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उन्होंने आगे कहा कि यह सरकार असम के किसानों के लिए प्रगति लाने और समावेशी विकास लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जो उन्हें एक आत्मनिर्भर भारत बनाने के लक्ष्य के लिए योगदान करने में सक्षम बनाएगी। उन्होंने लोगों और किसानों से अपने और देश के कल्याण के लिए कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए सामूहिक प्रयास करने की अपील की। केंद्रीय मंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को लागू करने के लिए अपने सभी प्रयासों को लगाने के लिए असम सरकार की सराहना की। राज्य के लाभार्थियों को कृषि मशीनरी और उपकरण शुक्रवार को वितरित किए गए जिनमें ट्रैक्टर, पावर टिलर आदि शामिल थे। दारंग जिले के खारुपेटिया में मंत्री द्वारा एक शीतगृह का उद्घाटन किया गया।
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