क्या इमरान खान ने अपने देश के लोगों को किया गुमराह? विदेशी साजिश वाली थ्योरी पर पाक आर्मी को भरोसा नहीं
जानकारी के मुताबिक आने वाले दिनों में पाकिस्तान में एक बार फिर से चुनाव होंगे। विपक्ष लगातार इमरान खान पर हमलावर है और उनके कदमों को गैरकानूनी बता रहा है। दूसरी ओर इमरान खान का दावा है कि उनकी सरकार गिराने की साजिश से विदेश में हो रही है। उन्होंने खुलकर विपक्ष पर आरोप लगाया है।
पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है। सरकार के अल्पमत में आनी की संभावनाओं के बाद इमरान खान ने राष्ट्रपति को नेशनल असेंबली भंग करने की सिफारिश कर दी। इसके बाद राष्ट्रपति ने भी सरकार की सिफारिश मानते हुए नेशनल असेंबली को भंग कर दी। जानकारी के मुताबिक आने वाले दिनों में पाकिस्तान में एक बार फिर से चुनाव होंगे। विपक्ष लगातार इमरान खान पर हमलावर है और उनके कदमों को गैरकानूनी बता रहा है। दूसरी ओर इमरान खान का दावा है कि उनकी सरकार गिराने की साजिश से विदेश में हो रही है। उन्होंने खुलकर विपक्ष पर आरोप लगाया है। यहां तक कि राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने अमेरिका का भी नाम ले लिया। इमरान खान बार-बार एक चिट्ठी का जिक्र कर रहे हैं।
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दूसरी ओर इमरान खान के दावों पर पाकिस्तानी सेना को भरोसा नहीं है। हाल में ही इमरान खान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक बैठक की थी। इसी दौरान सैन्य नेतृत्व में इमरान खान के दावों के विपरीत कहा कि उनके पास इस तरह की सबूत नहीं है जिससे यह पता चल सके कि पीटीआई सरकार गिराने की साजिश अमेरिका से हो रही है। एक ओर जहां इमरान खान अमेरिका पर हमलावर हैं तो वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल कमर बाजवा लगातार अमेरिका की तारीफ कर रहे हैं। जनरल बाजवा ने तो यह तक कह दिया है कि अमेरिका से हमारे संबंध अच्छे हैं। उन्होंने रूस की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ एक विस्तृत ऐतिहासिक और सामरिक संबंध पाकिस्तान रखता है। कई आपातकालीन अवसरों पर अमेरिका ने हमारी मदद की है।
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मैं ‘भारत विरोधी’ या ‘अमेरिका विरोधी’ नहीं हूं: इमरान खान
इमरान खान ने दावा किया कि वह ‘‘भारत विरोधी या अमेरिका विरोधी’’ या किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं हैं तथा वह सभी देशों के साथ आपसी सम्मान पर आधारित अच्छे संबंध चाहते हैं। खान ने टेलीविजन पर प्रसारित एक जन संवाद कार्यक्रम में कहा कि नेशनल असेंबली भंग होने के बाद चुनाव की तैयारी करने के बजाय उच्चतम न्यायालय की ओर देखने की संयुक्त विपक्ष की रणनीति इस बात का संकेत है कि वह ‘‘जनता की प्रतिक्रिया से डरता है।’’ किसी कथित विदेशी पत्र को लेकर विवाद से जुड़े सवाल के जवाब में खान ने कहा कि वह किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं हैं। ‘डॉन’ समाचार पत्र ने खान के हवाले से कहा, ‘‘मैं किसी देश के खिलाफ नहीं हूं। मैं भारत विरोधी या अमेरिका विरोधी नहीं हूं, लेकिन हम नीतियों के खिलाफ हो सकते हैं। मैं उनसे दोस्ती चाहता हूं और सम्मान की भावना होनी चाहिए।’’
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