तालिबान सरकार को मान्यता देने के लिए चीन तैयार, अफगान में ट्रिलियन डॉलर के कारोबार पर नजर
अफगान में तालिबान सरकार को मान्यता देने के लिए चीन तैयार है। चीन की नजर तालिबान के ट्रिलयिन डॉलर के कारोबार पर है। एक बात तो साफ है कि अगर तालिबान की सरकार बनती है, जिसकी संभावना सबसे ज्यादा लग रही है। ऐसी सूरत में दो देश चीन और पाकिस्तान सबसे बड़े लाभदायी होंगे।
पाकिस्तान द्वारा तालिबान की मदद की बात कोई नई नहीं है। लेकिन अब पाकिस्तान का दोस्त चीन भी तालिबान के समर्थन में खुलकर सामने आ गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अफगान में तालिबान सरकार को मान्यता देने के लिए चीन तैयार है। चीन की नजर तालिबान के ट्रिलयिन डॉलर के कारोबार पर है। चीन अफगान के प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल करना चाहता है। यूएस न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति के मद्देनजर नए चीनी सैन्य और खुफिया आकलन ने उन्हें आतंकवादी समूह यानी तालिबान के साथ अपने संबंधों को औपचारिक रूप देने के लिए तैयार करने के लिए प्रेरित किया है।
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एक बात तो साफ है कि अगर तालिबान की सरकार बनती है, जिसकी संभावना सबसे ज्यादा लग रही है। ऐसी सूरत में दो देश चीन और पाकिस्तान सबसे बड़े लाभदायी होंगे। अब अगर ये दोनों देश तालिबान सरकार को स्वीकारिता देते हैं तो ये कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। वो दिन दूर नहीं जब तालिबान का कब्जा होगा अफगानिस्तान पर। लेकिन उसके बाद किस तरह से परिस्थितियां बदलेंगी। आसपास किस तरह से परिस्थितियां बदलेंगी। दुनिया के लिए वो देखना दिलचस्प होगा।
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