World Water Day 2025: हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है विश्व जल दिवस, जानिए महत्व और थीम

तेजी से बढ़ती जनसंख्या, कृषि उद्योग, शहरीकरण और ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों में पानी की बढ़ती जरूरत की वजह से जल की मांग भी बढ़ रही है। इसलिए हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण है।
जल ही जीवन है, ये लाइन तो आप सभी ने सुनी होगी। यह सिर्फ एक लाइन या नारा नहीं बल्कि सच्चाई है। दुनिया में तीन फीसदी से कम ताजे पानी के स्त्रोत हैं। वहीं यह आंकड़ा लगातार कम होता जा रहा है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या, कृषि उद्योग, शहरीकरण और ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों में पानी की बढ़ती जरूरत की वजह से जल की मांग भी बढ़ रही है। इसलिए हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण है। तो आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास, महत्व और थीम के बारे में...
महत्व
बता दें कि हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। जिससे कि लोगों को पानी के महत्व और इसके सही उपयोग व संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ाई जा सके। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य जल प्रदूषण, जल संकट और जलवायु परिवर्तन से संबंधित समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करना है।
थीम
हर बार विश्व जल दिवस पर एक खास थीम रखी जाती है। इस बार यानी की साल 2025 की थीम 'अमूल्य जल और अमूल्य जीवन' है। इस थीम का उद्देश्य जल के संरक्षण के महत्व और इस प्राकृतिक संसाधन के महत्व को उजागर करना है। जिससे कि आने वाली पीढ़ियों के लिए जल उपलब्ध हो सके।
जल संकट की प्रमुख वजह
भारत में जल संकट की प्रमुख वजह अव्यवस्थित जल प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक पानी का दोहन, बढ़ती जनसंख्या और जल स्त्रोतों का प्रदूषण है। यह सभी वजहें जल संकट को बढ़ा रहे हैं, जिससे कि पानी की उपलब्धता कम हो रही है।
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