यदि आप सही जीवन बीमा पॉलिसी चुनना चाहते हैं तो निम्नलिखित पांच बातों का ध्यान अवश्य रखें
किसी भी जीवन बीमा कवर में निवेश करने और वित्तीय निवेश योजना बनाने का मूल नियम समय-समय पर अपने निवेश का आकलन करना है, जिसे लोग बहुधा नजरअंदाज कर देते हैं। वहीं, आपकी बीमा जरूरतों का भी समय-समय पर पुनर्मूल्यांकन किया जाना चाहिए।
जीवन बीमा पॉलिसी खरीदना अब उतना आसान नहीं रह गया है जितना कि एक दशक पहले तक हुआ करता था। मसलन, पिछले लगभग दस वर्षों में जीवन बीमा पॉलिसी के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आया है, जिसके दृष्टिगत बीमाकर्ता अपने ग्राहकों की आधुनिक जरूरतों के साथ अधिक से अधिक जुड़ रहे हैं और अधिकाधिक उत्पाद पेश कर रहे हैं। वहीं, उपभोक्ताओं के लिए इसका मतलब है कि उनके लिए विकल्पों की भरमार है और वो अपने मनपसंद उत्पाद में निवेश कर सकते हैं।
हालांकि यह निस्संदेह एक फायदा है, जो सही प्रकार के उत्पादों और आपके लिए आवश्यक कवर की मात्रा का निर्णय करना बहुत अधिक भ्रमित करने वाला हो गया है। इसलिए यदि आप भी इस दुविधा भरी स्थिति का सामना कर रहे हैं कि आपके लिए सही कवर क्या है, तो निम्नलिखित युक्तियाँ आपके बहुत काम आएंगी। लिहाजा आप इन पर गौर कीजिए और विवेकसम्मत निर्णय लीजिए। या फिर इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की राय लीजिए।
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# अपनी सभी छोटी-बड़ी आवश्यकताओं का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करें और सोच-विचार करके सटीक निर्णय लें
आपके अकस्मात गुजर जाने के बाद आपके अपने परिवार को किसी भी वित्तीय परेशानी से बचाने के लिए आपको जीवन बीमा पॉलिसी की आवश्यकता है। इसलिए जीवन बीमा पॉलिसी के महत्व को कतई कम नहीं आंका जा सकता है। लिहाजा बीमा कवर की सही मात्रा तय करना अपने आपमें बहुत महत्वपूर्ण कारक है। अतएव आपको कई कारकों को ध्यान में रखते हुए इस बात पर पर्याप्त विचार करना चाहिए, जैसे कि आपके आश्रितों की संख्या, परिवार का कोई अन्य सदस्य वित्तीय जिम्मेदारियों को साझा कर रहा है या नहीं, क्या आपके छोटे बच्चे हैं जिनकी शिक्षा का ध्यान रखने की आवश्यकता है या फिर परिवार में कोई आसन्न विवाह है। इन सभी कार्यों के मद्देनजर आपको अपनी वर्तमान आय, पिछले कुछ वर्षों में आपका वेतन कितना बढ़ा है और आगे कितना बढ़ेगा तथा आपकी संपत्ति और देनदारियों पर भी विचार करना चाहिए। अंत में, आप जिस जीवनशैली का नेतृत्व करते हैं, उसके मुताल्लिक भविष्य में आपकी जो वित्तीय आवश्यकताएं हैं, उन्हें भी ध्यान में अवश्य रखें। यदि आप इन बातों को ध्यान में रखकर फैसले करेंगे, तो यह आपके पक्ष में जाएगा।
# बीमा प्रीमियम, प्रशासन और फंड प्रबंधन शुल्क, मृत्यु दर शुल्क, राइडर्स आदि के भुगतान में शामिल लागतों की पूरी जांच कर लें, तब लें निर्णय
क्या आपको पता है कि जीवन में हर चीज़ की तरह ही, आपको जीवन बीमा कवर खरीदते समय भी लागत कारक पर अधिकाधिक विचार करना चाहिए। क्योंकि प्रीमियम, प्रशासन और फंड प्रबंधन शुल्क, मृत्यु दर शुल्क, राइडर्स और आपको उनके लिए कितना भुगतान करने की आवश्यकता है, इसकी पूरी जांच करें और उसी के मुताबिक बार्गेनिंग करें। दरअसल, आप अपने लिए सबसे बेहतर उत्पाद चुनने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप समान प्रकार के उत्पादों की तुलना करके एक अच्छा निर्णय ले रहे हैं। अमूमन इन दिनों ऐसी कई वेबसाइटें उपलब्ध हैं जो आपको नीतियों की तुलना करने और आपके लिए लागत प्रभावी पॉलिसी चुनने में मदद करती हैं। अतएव इससे पहले कि आप अपना अंतिम चुनाव करें, हर हाल में यह सुनिश्चित करें कि आपने बारीक प्रिंट को ध्यान से पढ़ लिया है और सुनिश्चित कर लिया है कि आप क्या कर रहे हैं और इससे आपको भविष्य में कितना फायदा संभाव्य होगा।
# सबसे पहले दावा निपटान अनुपात को आंकिए, फिर कीजिए जीवन बीमा कवर लेने का फैसला
कोई भी जीवन बीमा पॉलिसी खरीदने के पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि आपके जाने के बाद आपके प्रियजनों को किसी भी प्रकार की वित्तीय परेशानियों का सामना न करना पड़े। हालाँकि, अधिकांश लोग इस बात पर पर्याप्त विचार नहीं करते हैं कि तब क्या होगा जब बीमाकर्ता आपके परिवार के लिए वह धन प्राप्त करना ही कठिन बना दे जिसे आपने कड़ी मेहनत से अलग बचत करके रखा है। यही कारण है कि आपको हर हाल में बीमा कम्पनी के दावा निपटान अनुपात की जांच करनी चाहिए, जो प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है। कहने का तातपर्य यह कि दावा निपटान अनुपात जितना अधिक होगा, बीमाकर्ता उतना ही अधिक भरोसेमंद होगा। इसलिए किसी भी बीमा एजेंट द्वारा बताई गई बातों से प्रभावित न हों, या फिर कम प्रीमियम वाले उत्पादों की ओर आकर्षित न हों, क्योंकि वे भले ही आपकी जेब पर हल्के लगते हैं, लेकिन भविष्य में भारी भी पड़ सकते हैं। इसलिए सोच-विचार कर कदम उठाइए।
# एक साथ कई बीमा पॉलिसी लेने की अति मत करें, बल्कि अन्य निवेश उत्पादों पर भी विचार मंथन करें
जानकारों की मानें तो जीवन बीमा पॉलिसियाँ केवल आपके परिवार की सुरक्षा के उद्देश्य से खरीदी जानी चाहिए, न कि अन्य किसी उद्देश्य से। क्योंकि तब वो लाभदायक नहीं रह पाती हैं। इसलिए ऐसी कई पॉलिसियाँ खरीदने में अति न करें, खासकर उनको जो आपकी समग्र वित्तीय योजना के अनुरूप नहीं हैं। वैसे भी यदि आप अपने करों को बचाना चाहते हैं और धारा 80सी के तहत सीमाओं को पूरा करना चाहते हैं तो कई अन्य निवेश उत्पाद हैं जिन पर आप अपने करों को अधिक कुशलता पूर्वक बचाने के लिए विचार कर सकते हैं।
# आप अपनी बीमा आवश्यकताओं पर दोबारा गौर करें
किसी भी जीवन बीमा कवर में निवेश करने और वित्तीय निवेश योजना बनाने का मूल नियम समय-समय पर अपने निवेश का आकलन करना है, जिसे लोग बहुधा नजरअंदाज कर देते हैं। वहीं, आपकी बीमा जरूरतों का भी समय-समय पर पुनर्मूल्यांकन किया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, जब आप अकेले थे तब आपने जो पॉलिसियाँ खरीदी थीं, वे तब पर्याप्त नहीं हो सकतीं जब आप शादीशुदा हों और परिवार में एक सदस्य जुड़ गया हो। चूंकि अब आप एक से तीन हो गए, साल दो साल बाद चार भी हो सकते हैं, इसलिए समय-समय पर अपनी बीमा आवश्यकताओं का पुनर्मूल्यांकन करें और हर हाल में यह सुनिश्चित कर लें कि आपका परिवार सुरक्षित है। आपकी अनुपस्थिति में उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी।
सच कहूं तो जीवन बीमा पॉलिसी यानी इससे जुड़ा हर उत्पाद अब प्रायः हर किसी के जीवन का एक महत्वपूर्ण और अमिट हिस्सा होना चाहिए। इसलिए हमारी सलाह यही है कि सही मात्रा में बीमा कवर चुनें और इस बात से आश्वस्त रहें कि जब आप उनकी देखभाल करने के लिए मौजूद नहीं रहेंगे तो आपके परिवार को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। यूलिप निवेश योजना और टर्म इंश्योरेंस योजना इसके लिए एक बेहतर विकल्प हैं, लेकिन बीमा बाजार में मौजूद यदि हर प्रॉडक्ट पर गहन मंथन आप कर लेंगे तो आपके भविष्य के लिए और अच्छा रहेगा।
- कमलेश पांडेय
वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार
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